क्या विदेशी मेहमानों की मुलाकात किससे होती है? राहुल गांधी को शिवसेना सांसद का उत्तर
सारांश
Key Takeaways
- भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक साझेदारी है।
- रूस एक भरोसेमंद दोस्त है।
- विदेशी मेहमानों की मुलाकात उनकी इच्छा पर निर्भर करती है।
- सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करना चाहिए।
- यात्री सुरक्षा और सुविधाएं महत्वपूर्ण हैं।
दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे पर शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा है कि इस यात्रा से दोनों देशों के बीच साझेदारी और भी मजबूत होगी। उन्होंने विपक्ष के नेताओं द्वारा विदेशी मेहमानों की मुलाकात नहीं कराने के आरोपों पर राहुल गांधी को भी उत्तर दिया।
मिलिंद देवड़ा ने शुक्रवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि भारत और रूस के बीच एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी रही है। इस दौरे के बाद यकीन है कि यह साझेदारी और भी मजबूत होगी। रूस को एक भरोसेमंद दोस्त कहा जा सकता है। हर हाल में रूस भारत के साथ खड़ा रहता है और भारत भी रूस के साथ खड़ा रहता है। हमें इस रिश्ते को और मजबूत करना चाहिए।
उन्होंने सांस्कृतिक रिश्तों पर बात करते हुए अपने रूस से जुड़े अनुभव साझा किए। मिलिंद देवड़ा ने कहा, "मैं खुद रूस जा चुका हूं और देखा कि वहां के लोगों को भारतीय संस्कृति के बारे में जानकारी है। वहां इस्कॉन मंदिर भी दिखाई देगा। वहां राज कपूर की फिल्मों के बारे में भी लोग जानते हैं।" शिवसेना सांसद ने कहा कि यह गहरा रिश्ता है और इसे अधिक मजबूत करना चाहिए।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यात्रा के बारे में की गई टिप्पणियों पर शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा, "यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि ये विदेशी मेहमान किससे मिलना चाहते हैं। अगर वे विपक्षी नेताओं से मिलना चाहते हैं, तो कोई उन्हें रोक नहीं सकता। इसलिए, मुझे लगता है कि इसे पॉलिटिक्स का मुद्दा बनाना गलत है।"
इंडिगो की फ्लाइट्स कैंसिल और डिले होने पर शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा ने कहा, "जब डीजीसीए, जो सिविल एविएशन सेक्टर का रेगुलेटर है, या किसी भी कंज्यूमर सेक्टर का कोई भी रेगुलेटर नए नियम लागू करता है, तो उन्हें हमेशा इंडस्ट्री के साथ बातचीत के बाद ही योजना को लागू करना चाहिए। दुर्भाग्य से, आम यात्रियों को दिक्कतें हो रही हैं।"