क्या चुनाव आयोग की प्रक्रिया भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई है?: सचिन सावंत

सारांश
Key Takeaways
- सचिन सावंत ने चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
- भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए चुनाव आयोग का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है।
- मालेगांव विस्फोट मामले में नए खुलासे हो रहे हैं।
- पारदर्शिता और निष्पक्षता की आवश्यकता है।
- मंत्री के विभाग में बदलाव पर भी सवाल उठाए गए हैं।
मुंबई, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता सचिन सावंत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कटाक्ष करते हुए यह आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया का संचालन भाजपा को लाभ पहुंचाने के इरादे से किया गया था।
सचिन सावंत ने कहा कि राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है और कांग्रेस जल्द ही इस संबंध में ठोस सबूत पेश करने जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि मतदाता सूची से हटाए गए व्यक्तियों के नाम और इसके पीछे का आधार क्या है? इस मामले की गहन जांच आवश्यक है, ताकि सच्चाई का खुलासा हो सके।
उन्होंने मालेगांव विस्फोट मामले में फरार आरोपियों रामचंद्रन कलसांगरा और संदीप डांगे का उल्लेख करते हुए सवाल किया कि 2008 से फरार इन लोगों को अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया? मालेगांव मामले में सावंत ने जांच की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 17 साल बाद अब इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं, जो चौंकाने वाले हैं।
सचिन सावंत ने पूर्व पुलिस अधिकारी परमबीर सिंह का नाम लेते हुए कहा कि वे अब भाजपा के संरक्षण में हैं। उन्होंने पूछा कि 2014 से अब तक भाजपा की सरकार होने के बावजूद यह मुद्दा पहले क्यों नहीं उठाया गया। मालेगांव ब्लास्ट की जांच को उचित तरीके से नहीं किया गया। इस मामले में पारदर्शिता लानी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
सचिन सावंत ने आगे कहा कि यदि भाजपा को लगता है कि 2008-2014 के दौरान अत्याचार हुए हैं तो अजीत पवार से पूछें। उस समय की सरकार में शामिल अजीत पवार अब भाजपा के साथ सत्ता में हैं, इस बारे में उनसे सवाल किया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री माणिकराव कोकाटे के विभाग में बदलाव पर भी सचिन सावंत ने निशाना साधा। उन्होंने इसे किसानों का अपमान बताया। सावंत ने कहा कि जिन मंत्रियों पर आरोप हैं, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए था या उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए था। इसके बजाय सरकार ने उन्हें बचाने का प्रयास किया और अब उन्हें खेल जैसे महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा सौंप दिया गया है।