क्या राहुल गांधी रायबरेली में वोट चोरी के आरोप का जवाब देंगे?

सारांश
Key Takeaways
- साध्वी निरंजन ज्योति ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- जनादेश ही असली विजेता का निर्धारण करता है।
- स्वस्थ राजनीति के लिए आरोप लगाने की बजाय नीतियों पर चर्चा जरूरी है।
- इंडिया गठबंधन के आरोपों पर ईवीएम और निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।
- प्रधानमंत्री ने ओबीसी समाज से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार नामित किया है।
लखनऊ, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर एसआईआर विरोध और चुनाव आयोग पर आरोप लगाने को लेकर तीखा हमला किया है। उन्होंने प्रश्न उठाते हुए कहा कि राहुल गांधी ने रायबरेली से जीत हासिल की, लेकिन क्या हमने कभी वोट चोरी का आरोप लगाया?
साध्वी ने कहा कि यदि राहुल गांधी आज सवाल पूछ रहे हैं, तो यह ध्यान देने योग्य है कि वह रायबरेली से जीते और उनकी बहन वायनाड से भी बड़े अंतर से जीतीं, तो वे कैसे जीते? यह सबके लिए एक प्रश्न है। उनकी सरकार ने 10 वर्षों तक शासन किया, फिर भी हमने कभी यह नहीं कहा कि उन्होंने वोट चुराकर जीत प्राप्त की है।
उन्होंने आगे कहा कि जनादेश ही निर्णय करता है, और ऐसे आरोप जनता का अपमान करते हैं। जो जनता को वोट देती है, वही सच्चा विजेता होता है। हमने भी राज्य में चुनाव लड़ा है, और मैं व्यक्तिगत रूप से हारी हूं, लेकिन हमने कभी समाजवादी पार्टी पर वोट चोरी का आरोप नहीं लगाया। चुनावों से पहले सर्वेक्षण होते हैं। जिनका नाम मतदाता सूची से हटाया जाता है, उनका कार्य चुनाव आयोग करता है। इंडिया गठबंधन जहां जीतता है, वहां ईवीएम और निर्वाचन आयोग ठीक होते हैं; लेकिन जब उनकी हार होती है, तो वे आरोप लगाने लगते हैं। यह स्वस्थ राजनीति के लिए उचित नहीं है।
साध्वी निरंजन ज्योति ने एनडीए द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित करने पर कहा कि प्रधानमंत्री ने एनडीए के सभी नेताओं की सहमति से एक महत्वपूर्ण और सराहनीय निर्णय लिया है। जनसंघ से लेकर वर्तमान तक उन्होंने संगठन के लिए काम किया है, संसद में सेवा की है, और कई राज्यों के राज्यपाल रहे हैं। उन्हें राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव है। भाजपा ने एक पिछड़े वर्ग के व्यक्ति को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित किया है। मैं उन्हें दिल से बधाई देती हूं और उनके सफल कार्यकाल की कामना करती हूं। प्रधानमंत्री ने ओबीसी समाज के व्यक्ति को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है।