क्या सीएम योगी के प्रयासों से युवाओं को मिल रहे हैं रोजगार के नए अवसर?

सारांश
Key Takeaways
- पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया ने हजारों युवाओं के जीवन में बदलाव लाया है।
- योग्यता और मेहनत के आधार पर रोजगार मिल रहा है।
- नवचयनित अनुदेशकों ने सीएम योगी का आभार व्यक्त किया।
- सरकार की प्रतिबद्धता युवाओं के लिए अवसर प्रदान कर रही है।
- यह सफलता केवल व्यक्तिगत मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि एक समाज की मेहनत का भी है।
लखनऊ, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसर अब योग्यता और मेहनत के आधार पर मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया ने हजारों युवाओं के जीवन को नई दिशा प्रदान की है।
लोकभवन के सभागार में रविवार को नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले नवचयनित अनुदेशकों ने सीएम योगी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता केवल उनकी मेहनत का परिणाम नहीं, बल्कि राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है।
मुख्यमंत्री का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अब रोजगार के अवसर केवल योग्यता और मेहनत करने वाले अभ्यर्थियों को ही मिलेंगे, न कि सिफारिश वालों को। सीएम योगी के इसी मिशन को उनकी टीम धरातल पर उतारने में जुटी हुई है।
मैनपुरी की सीमा ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उन्होंने राजकीय महिला पॉलीटेक्निक, बरेली से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में प्रशिक्षण प्राप्त किया। मुख्यमंत्री के प्रयासों से यह भर्ती प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई, जिससे उनकी मेहनत रंग लाई।
लखनऊ की अल्पना श्रीवास्तव ने फिरोज गांधी पॉलीटेक्निक, रायबरेली से प्रशिक्षण प्राप्त किया और एनएसटीआई कानपुर से सीआईटीएस कोर्स किया। उन्होंने बताया कि समाज की चुनौतियों के बावजूद उनके माता-पिता ने कभी पढ़ाई में कमी नहीं रखी।
उन्होंने बताया कि अनुदेशक की नियुक्ति मिलने पर उनके माता-पिता की आँखों में खुशी के आंसू थे। उन्होंने वादा किया कि वह अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएंगी और उत्तर प्रदेश को उत्तम और कुशल प्रदेश बनाने में सहयोग करेंगी।
गोरखपुर के श्यामू विश्वकर्मा ने भावुक होकर कहा कि वह किसान परिवार से हैं और परिवार में पहले व्यक्ति हैं जिन्हें सरकारी नौकरी मिली है। यह अवसर उन्हें इसलिए मिला, क्योंकि प्रदेश सरकार ने निष्पक्ष भर्ती की परंपरा स्थापित की है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए विश्वास दिलाया कि वह पूरी लगन और मेहनत से काम करेंगे।
पीलीभीत के पवन कुमार ने बताया कि उन्होंने राजकीय पॉलीटेक्निक पीलीभीत से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया और फिर सीआईटीएस की परीक्षा हैदराबाद से पास की।
उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र से सरकारी सेवा तक की यात्रा आसान नहीं थी। लेकिन, सरकार की पारदर्शी प्रक्रिया ने उनके सपनों को पंख लगा दिए। नवचयनित अनुदेशकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों नियुक्ति पत्र पाकर गर्व महसूस किया।
उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति न सिर्फ उनके लिए गर्व का क्षण है, बल्कि प्रदेश सरकार के युवाओं को रोजगार देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है।