क्या सारण में तीन बच्चों की पोखर में डूबकर मौत हुई? सीएम ने पीड़ित परिवारों को मुआवजे की घोषणा की
सारांश
Key Takeaways
- बच्चों की सुरक्षा को लेकर जागरूकता आवश्यक है।
- हादसों से सीखना जरूरी है।
- सीएम का मुआवजा बच्चों के परिवारों के लिए सहारा है।
- गांव में मातम का माहौल है।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पटना, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सारण जिले में मछली पालन के लिए बनाए गए पोखर में डूबने से तीन बच्चों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिजनों को चार-चार लाख रुपए अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह घटना बहुत दुखद है। उन्होंने ईश्वर से पीड़ित परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
दरअसल, सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के धनौती गांव में मछली पालन के लिए बनाए गए निजी पोखर में यह हादसा हुआ। बताया गया कि गांव के तीन बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से वापस आने के बाद पोखर के पास खेल रहे थे। खेलते समय पहले तान्या कुमारी नाम की बच्ची का पैर फिसल गया और वह पानी में जा गिरी। उसे बचाने के प्रयास में अन्य दो बच्चे भी दौड़े और गहरे पोखर में गिर पड़े।
हादसे का पता तब चला, जब ग्रामीणों ने पोखर में एक शव उतराता दिखा। उसे निकालते समय गोताखोर को दो और शव मिले। पानी से निकालकर ग्रामीण बच्चों को एकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही एकमा पुलिस भी पहुंच गई और सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेजा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है।