क्या जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने कांग्रेस पर तंज कसा?

सारांश
Key Takeaways
- सतपाल शर्मा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है।
- कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है और हाशिए पर पहुँच गई है।
- राहुल गांधी की बौखलाहट का कारण हार की पुष्टि है।
- जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने सत्ता में आने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाई।
- कांग्रेस को अपनी नीति में सुधार की आवश्यकता है।
श्रीनगर, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला किया है। समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब देश में हाशिए पर पहुँच चुकी है और लगातार चुनावों में हार का सामना कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व, विशेषकर राहुल गांधी को पहले से पता है कि वे आगामी चुनावों में हारने वाले हैं और इसीलिए वे बौखलाहट में बयानबाजी कर रहे हैं। कभी देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी रही कांग्रेस अब तीन लोकसभा चुनावों में लगातार हार का सामना कर चुकी है। इस बार तो वे १०० सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। हर राज्य में कांग्रेस चुनाव हार रही है, और बिहार में उनकी स्थिति बद से बदतर हो गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को अपनी हार का अंदाजा है और इसीलिए वे पहले से ही हार का ठीकरा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) या अन्य चीजों पर फोड़ने की योजना बना रहे हैं। कांग्रेस जानती है कि चाहे लोकसभा चुनाव हो या किसी राज्य के विधानसभा चुनाव, वे हारने वाले हैं। कर्नाटक में कांग्रेस ने जरूर जीत हासिल की, लेकिन बिहार जैसे राज्यों में उनकी स्थिति बेहद कमजोर है। लोग अब कांग्रेस के नाम पर वोट देना नहीं चाहते।
सतपाल शर्मा ने जम्मू-कश्मीर का उदाहरण देते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद भी भाजपा सत्ता में नहीं आई। लेकिन, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनने के बावजूद लोगों ने उनकी नीतियों को नकार दिया है।
उन्होंने कांग्रेस पर लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाया और कहा, "कांग्रेस ने हमेशा अपने नेताओं के नाम पर राजनीति की, लेकिन लोग अब उनकी सच्चाई समझ चुके हैं। आने वाले समय में कांग्रेस और नीचे जाएगी।”
उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हार को स्वीकार कर चुके हैं और इसीलिए पहले से ही ईवीएम में गड़बड़ी जैसे बहाने बना रहे हैं। चुनाव चोरी से नहीं, मेहनत से जीते जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस को अपनी रणनीति सुधारने की जरूरत है।