क्या छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षा और शोध के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण एमओयू साइन किए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- दो महत्वपूर्ण एमओयू साइन किए गए हैं।
- छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए नए अवसर।
- 71 करोड़ रुपए का योगदान नवाचार केंद्र के लिए।
- 101 करोड़ रुपए का योगदान विद्यालय और हॉस्टल के निर्माण के लिए।
- कृषि सुधार के लिए कृषक प्रशिक्षण केंद्र की आवश्यकता।
रायपुर, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में एक नई दिशा जुड़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस संबंध में जानकारी साझा की है कि राज्य ने दो एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
सीएम विष्णुदेव साय ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि हम सभी जानते हैं कि छत्तीसगढ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की ओर अग्रसर है। इस बार दो नए एमओयू साइन किए गए हैं।
पहला एमओयू नीट रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार और मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन के बीच हुआ है। इसमें रामदेव अग्रवाल का विशेष धन्यवाद, जो मूलतः छत्तीसगढ़ से हैं, लेकिन उनका कार्यक्षेत्र मुंबई है। इस एमओयू के तहत 71 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी।
इस राशि का उपयोग नवाचार केंद्र की स्थापना में किया जाएगा, जिससे छत्तीसगढ़ के युवाओं को शिक्षा और शोध के क्षेत्र में अवसर मिलेंगे।
दूसरा एमओयू आईआईएम रायपुर और मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन के बीच हुआ है, जिसके तहत दाऊराम गोपाल अग्रवाल अकादमी विद्यालय और हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 101 करोड़ रुपए का योगदान दिया जाएगा।
सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ को 'धान का कटोरा' कहा जाता है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कृषि के क्षेत्र में सुधार हो और कृषक प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित हों।