क्या मुकेश सहनी का उपमुख्यमंत्री बनने का दावा सही है? सिद्दीकी ने नकारा!

सारांश
Key Takeaways
- राजद के नेता ने भाजपा और जदयू पर हमला किया।
- मुकेश सहनी के दावे को नकारा गया।
- मतदाता सूची में पुनरीक्षण पर सवाल उठाए गए।
- सरकार की घोषणाएं चुनावी हैं।
- आचार संहिता के लागू होने से पहले घोषणाएं हो रही हैं।
मोतिहारी, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राजद के नेता और बिहार के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने रविवार को भाजपा और जदयू सहित बिहार सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने महागठबंधन में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी द्वारा सरकार बनने पर उपमुख्यमंत्री बनने के दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया।
मोतिहारी में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे सिद्दीकी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि किसी की भी दावेदारी का उन्हें कोई ज्ञान नहीं है, लेकिन गठबंधन में ऐसी कोई बात नहीं है।
उन्होंने मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। उनका कहना था, "चोर की दाढ़ी में तिनका है।" उन्होंने कहा, "भाजपा के नेता अब यह कहने लगे हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिये वोटर बन गए हैं। यदि ऐसा है, तो यह सीधे केंद्र सरकार की असफलता है।"
सिद्दीकी ने बिहार सरकार द्वारा की जा रही घोषणाओं पर भी सवाल उठाया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पेंशनधारियों के खाते में 1100 रुपए भेजे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि जनता समझती है कि चुनावों के समय घोषणाएं की जा रही हैं।
सिद्दीकी ने कहा कि कुछ दिनों में आचार संहिता लागू होने वाली है। उन्होंने कहा कि सरकार को जितनी घोषणाएं करनी हों, कर ले, लेकिन बिहार के गरीब इन घोषणाओं पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 1.12 करोड़ से अधिक पेंशनधारियों को 1247.34 करोड़ रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की।