क्या सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान सरकार को जोजरी नदी के मामले में कड़ी फटकार लगाई?
सारांश
Key Takeaways
- सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार
- जोजरी नदी का प्रदूषण
- राज्य सरकार की लापरवाही
- स्थानीय स्वास्थ्य समस्याएं
- अगली सुनवाई की तिथि
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र में बहने वाली जोजरी नदी को लगातार जहरीला बनाए जाने पर राजस्थान सरकार को कड़ी फटकार लगाई है।
जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने कहा कि हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं, लेकिन सरकार और उसके अधिकारी पूरी तरह लापरवाह बने हुए हैं। कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
जोजरी नदी राजस्थान के नागौर जिले के पूंडलू गांव के पास पहाड़ियों से निकलती है और जोधपुर जिले के खेजड़ला खुर्द गांव के पास लूणी नदी में मिल जाती है। नदी के दोनों किनारों पर सैकड़ों कपड़ा और टाइल्स बनाने की फैक्ट्रियां हैं। ये फैक्ट्रियां अपना खतरनाक रासायनिक कचरा बिना किसी सफाई के सीधे नदी में डाल रही हैं।
इस जहरीले पानी का असर अब दूर-दूर तक दिख रहा है। सैकड़ों गांवों के खेत बंजर हो गए हैं। जंगल सूख रहे हैं। हिरणों के अभयारण्य में भी हिरण मर रहे हैं। स्थानीय लोगों को त्वचा की बीमारियां, सांस लेने में तकलीफ और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। लोग बार-बार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की।
मामला इतना गंभीर हो गया कि सुप्रीम कोर्ट को खुद मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर स्वत: संज्ञान लेना पड़ा। कोर्ट ने साफ कहा कि जनता के स्वास्थ्य और पर्यावरण से बड़ा कोई मुद्दा नहीं हो सकता। सरकार की उदासीनता स्वीकार नहीं की जाएगी।
कोर्ट ने राजस्थान सरकार को चेतावनी दी है कि लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अब अगली सुनवाई 21 नवंबर को होगी, जिसमें कोर्ट विस्तृत आदेश जारी करेगा।