क्या सुरक्षा बलों ने लाल आतंक को बड़ा झटका देते हुए शीर्ष नक्सली नेताओं को मार गिराया?

Click to start listening
क्या सुरक्षा बलों ने लाल आतंक को बड़ा झटका देते हुए शीर्ष नक्सली नेताओं को मार गिराया?

सारांश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की नक्सलवाद के खिलाफ हाल की सफलता की सराहना की है, जो देश में लाल आतंक को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान में कई वरिष्ठ नक्सली नेताओं को मारा गया, जिससे नक्सली गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।

Key Takeaways

  • सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के शीर्ष नेताओं को मारा।
  • अमित शाह ने सुरक्षा बलों की सराहना की।
  • नक्सली गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
  • नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने की सलाह दी गई है।
  • गंभीर नक्सली सामग्री बरामद की गई।

नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की महान जीत की सराहना की है।

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "आज हमारे सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्र में हमारे सुरक्षा बलों ने दो केंद्रीय समिति के सदस्य नक्सली नेताओं कादरी सत्यनारायण रेड्डी उर्फ ​​कोसा और कट्टा रामचंद्र रेड्डी का सफाया कर दिया। मारे गए दोनों नक्सली नेताओं पर 40-40 लाख रुपए का इनाम था। हमारे सुरक्षा बल नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व को व्यवस्थित रूप से ध्वस्त कर रहे हैं और लाल आतंक की रीढ़ तोड़ रहे हैं।"

महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा के निकट अबूझमाड़ क्षेत्र में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो वरिष्ठ नक्सली नेता मारे गए। शवों की पहचान केंद्रीय समिति के सदस्य राजू दादा उर्फ ​​कट्टा रामचंद्र रेड्डी और कोसा दादा उर्फ ​​कदारी सत्यनारायण रेड्डी के रूप में हुई है। दोनों पर 40-40 लाख रुपए का इनाम था।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल, एक बीजीएल लांचर, भारी मात्रा में विस्फोटक, नक्सली सामग्री और अन्य सामान बरामद किया।

ये दोनों माओवादी कई वर्षों से नक्सली हिंसा के प्रमुख साजिशकर्ता रहे हैं। इनकी योजना के कारण कई जवान शहीद हुए और निर्दोष नागरिकों की जानें गईं।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने इस कार्रवाई को माओवादियों के खिलाफ एक बड़ा और निर्णायक झटका बताया।

पुलिस महानिरीक्षक ने अपील करते हुए कहा, "नक्सली गतिविधियां अब अपने अंत की ओर हैं। यह समय है कि वे हिंसा का मार्ग छोड़ें और मुख्यधारा में लौटें। राज्य सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत वे सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन शुरू कर सकते हैं।"

पिछले सोमवार को एक अन्य अभियान में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस ने हजारीबाग जिले में तीन बड़े नक्सलियों को मारा। खुफिया जानकारी के आधार पर यह अभियान सुबह लगभग छह बजे गिरिडीह-बोकारो सीमा के पास करंदी गांव में शुरू हुआ।

Point of View

NationPress
22/09/2025

Frequently Asked Questions

सुरक्षा बलों ने किस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की?
सुरक्षा बलों ने महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर नारायणपुर के अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की।
मारे गए नक्सली नेताओं के नाम क्या हैं?
मारे गए नक्सली नेताओं के नाम कादरी सत्यनारायण रेड्डी उर्फ ​​कोसा और कट्टा रामचंद्र रेड्डी हैं।
इन नक्सली नेताओं पर कितने रुपये का इनाम था?
इन दोनों नक्सली नेताओं पर 40-40 लाख रुपये का इनाम था।
सुरक्षा बलों ने अभियान के दौरान क्या बरामद किया?
सुरक्षा बलों ने एक एके-47 राइफल, एक इंसास राइफल, एक बीजीएल लांचर और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया।
पुलिस महानिरीक्षक ने इस कार्रवाई को कैसे बताया?
पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने इस कार्रवाई को माओवादियों के खिलाफ एक बड़ा और निर्णायक झटका बताया।