क्या सूरत में आम आदमी पार्टी के युवा महामंत्री और उनके साथी रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- रिश्वतखोरी का गंभीर मामला सामने आया है।
- आम आदमी पार्टी के नेताओं की गिरफ्तारी हुई है।
- पुलिस गहन जांच कर रही है।
- अनेक दुकानदार इस मामले में प्रभावित हुए हैं।
- सामाजिक सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
सूरत, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सूरत में एसओजी पुलिस ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पुलिस ने आम आदमी पार्टी (आप) के युवा महामंत्री श्रवण जोशी और उसके सहयोगी संपत चौधरी को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस समय, पुलिस अन्य संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्रवण जोशी पिछले कुछ महीनों से सरकारी राहत दर की अनाज दुकानों पर जाकर वीडियो बनाते थे, जिसमें दिखाया जाता था कि दुकानदार गरीबों को कम अनाज दे रहे हैं। इसके बाद ये वीडियो फेसबुक पर अपलोड कर दुकानदारों को परेशान किया जाता था।
इस पूरे मामले में श्रवण का साथी संपत चौधरी सीधे तौर पर दुकानदारों से हर महीने 25,000 रुपए की मांग करता था। जब दुकानदारों ने दबाव महसूस किया, तो उन्होंने संपत को लिम्बायत के मंगल पांडे हॉल के पास बुलाया और एक साथ पैसे देने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद संपत ने सौदा तय किया और 3.5 लाख रुपए की डील की।
दुकानदारों ने मौके पर एक लाख रुपए दिए और उसी समय इसका वीडियो भी बना लिया।
इस मामले की जांच में लिम्बायत पुलिस ने श्रवण जोशी और संपत चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद एसओजी पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एसओजी डीसीपी राजदीप सिंह नकुम ने बताया कि ये लोग सरकारी दुकानों में जाकर गरीबों को कम अनाज देने का दिखावा करते थे और वीडियो बनाकर दुकानदारों को डराते थे।
डीसीपी ने कहा कि श्रवण जोशी एक कपड़े का व्यापारी है और आम आदमी पार्टी से जुड़ा हुआ है। वह अपने सहयोगियों के साथ दुकानों पर जाता था और वीडियो बनाता था। इन वीडियो के जरिए दुकानदारों पर दबाव डाला जाता था और फिर संपत चौधरी उनसे पैसे मांगता था।
इस मामले में अनुमानित 15-20 व्यापारी प्रभावित हुए हैं। जांच अभी जारी है और संभवतः इसमें और लोग शामिल हो सकते हैं। डीसीपी ने कहा कि जब और लोग सामने आएंगे तो उनकी जानकारी दी जाएगी।
एसओजी पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कौन लोग इसमें शामिल थे और इसका दायरा कितना बड़ा है। इस समय, श्रवण और संपत दोनों हिरासत में हैं।