क्या स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने मार्क हॉस्पिटल को सील कराया?
                                सारांश
Key Takeaways
- मार्क हॉस्पिटल में ऑक्सीजन पाइपलाइन का फटना गंभीर लापरवाही दर्शाता है।
 - स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील किया।
 - लाइसेंस निलंबित किया गया, और ऑडिट की जाएगी।
 - स्थानीय लोगों में अस्पताल प्रबंधन के प्रति गुस्सा है।
 - इस घटना ने निजी अस्पतालों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।
 
नोएडा, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सेक्टर-66 में स्थित मार्क हॉस्पिटल में लापरवाही की वजह से अब स्वास्थ्य विभाग की नींद खुल गई है। अस्पताल में सोमवार को दूसरी बार ऑक्सीजन पाइपलाइन के फटने की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल को सील कर दिया है। इसके साथ ही अस्पताल का लाइसेंस भी निलंबित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को पाइपलाइन के दोबारा फटने के कारण अस्पताल में हड़कंप मच गया। कई मरीजों को तुरंत अन्य अस्पतालों में भेजा गया। मरीजों के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है।
ऑक्सीजन सप्लाई में रुकावट के कारण मरीजों की स्थिति बिगड़ने लगी, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों में भी अफरातफरी का माहौल बन गया। घटना की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम और सीएमओ मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान यह पाया गया कि अस्पताल में सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन किया गया था।
इसके बाद सीएमओ ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील करने का आदेश दिया और अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया। स्वास्थ्य विभाग ने यह भी बताया कि अस्पताल के सभी उपकरणों और ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली का विस्तृत ऑडिट कराया जाएगा। ऑडिट रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही मरीजों के जीवन से खिलवाड़ के समान है। इस प्रकार की घटनाओं को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा।”
स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों में अस्पताल प्रबंधन के प्रति गहरी नाराजगी है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर निजी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था और सरकारी निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।