क्या तमिलनाडु सरकार ने कोलाचेल फिशिंग हार्बर विस्तार के लिए केंद्र से धनराशि मांगी?

सारांश
Key Takeaways
- तमिलनाडु सरकार ने कोलाचेल फिशिंग हार्बर के विस्तार के लिए वित्तीय सहायता मांगी है।
- केंद्र को 4,500 करोड़ रुपए की मांग की गई है।
- यह पहल मछुआरों की आजीविका को मजबूत करेगी।
- समुद्री व्यापार और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
चेन्नई, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु सरकार के वित्त, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री थंगम थेन्नारासु और सांसद कनिमोझी ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का एक पत्र सौंपा। इस पत्र में तमिलनाडु में ग्रामीण बुनियादी ढांचे और कूडल नगर बंदरगाह के विकास के लिए नाबार्ड बैंक से वित्तीय सहायता शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया गया था।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर थंगम थेनारासु की पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा, "कन्याकुमारी जिले के मछुआरों ने मुझसे मुलाकात कर कोलाचेल फिशिंग हार्बर के विस्तार कार्य शुरू करने की मांग रखी है। मुझे पूरा भरोसा है कि केंद्र सरकार, खासकर वित्त मंत्री, तमिलनाडु की इस जायज मांग को स्वीकार करेगी और जरूरी धनराशि शीघ्र जारी करेगी।"
वहीं, तमिलनाडु के मंत्री थंगम थेनारासु ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि मुख्यमंत्री स्टालिन ने वित्त मंत्री को लिखे पत्र में 2025-26 के लिए दो अहम योजनाओं के तहत धनराशि जारी करने का अनुरोध किया है। इसमें ग्रामीण अवसंरचना विकास कोष के तहत 4,500 करोड़ रुपए और मत्स्य अवसंरचना विकास कोष के तहत कोलाचेल बंदरगाह विस्तार के लिए 350 करोड़ रुपए शामिल हैं।
उन्होंने पोस्ट में लिखा, "तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नाबार्ड बैंक के ग्रामीण अवसंरचना विकास कोष (आरआईडीएफ) के अंतर्गत 4,500 करोड़ रुपए और मत्स्य अवसंरचना विकास कोष (एफआईडीएफ) के अंतर्गत कोलाचेल मत्स्य बंदरगाह के विस्तार के लिए 350 करोड़ रुपए की धनराशि शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया है।"
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, "तमिलनाडु सरकार की ओर से, संसदीय समिति की अध्यक्ष कनिमोझी करुणानिधि के साथ, हमने दिल्ली में माननीय केंद्रीय वित्त मंत्री से मुलाकात की और उन्हें पत्र सौंपकर उचित धनराशि शीघ्र जारी करने का अनुरोध किया।"
कोलाचेल बंदरगाह कन्याकुमारी जिले का एक प्रमुख मत्स्य बंदरगाह है, जो हजारों मछुआरों की आजीविका से जुड़ा हुआ है। इसके विस्तार से न केवल मछुआरों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि समुद्री व्यापार और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।