क्या तमिलनाडु के परिवहन मंत्री शिवशंकर ने उलुंदुरपेट्टई टोल गेट का औचक निरीक्षण किया?

सारांश
Key Takeaways
- उलुंदुरपेट्टई टोल गेट पर अचानक निरीक्षण किया गया।
- शोर स्तर की जांच के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया।
- 90 डेसिबल से अधिक शोर वाले हॉर्न जब्त किए जाएंगे।
- मंत्री ने नियमों के पालन की अपील की।
- यह पहल सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण है।
उलुंदुरपेट्टई, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर ने कल्लाकुरिची जिले स्थित उलुंदुरपेट्टई टोल गेट का अचानक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों और मोटर वाहन निरीक्षकों की एक टीम ने निजी बसों और भारी वाहनों के शोर स्तर की जांच की। कई वाहनों से तेज आवाज वाले हॉर्न जब्त किए गए।
इस निरीक्षण में आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया गया, जो वाहनों से निकलने वाली आवाज़ का स्तर मापते हैं।
मंत्री शिवशंकर ने पत्रकारों के साथ बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर परिवहन विभाग को नई तकनीक से लैस किया गया है। ये उपकरण शोर स्तर की जांच करते हैं, और यदि यह 90 डेसिबल से अधिक हो, खासकर 100 से ऊपर, तो वाहनों के हॉर्न तुरंत जब्त कर लिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे जनता की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यह अभियान पूरे राज्य में चलाया जाएगा, ताकि सड़कों पर शांति बनी रहे और प्रदूषण कम हो। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नियमों का पालन करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह पहल तमिलनाडु में सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
तमिलनाडु में मोटर वाहन निरीक्षकों और क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को 250 ऐसे उपकरण प्रदान किए गए हैं। अब अत्यधिक शोर और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के हॉर्न पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। पहले, शोर करने वाले वाहनों से हॉर्न हटाना मुश्किल था। लेकिन अब वैज्ञानिक तरीके से इसे आसान बना दिया गया है। मंत्री ने बताया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
इस अवसर पर उलुंदुरपेट्टई विधायक मणिकंदन, साथ ही उलुंदुरपेट्टई, विलुप्पुरम, तिंडीवनम और कल्लाकुरिची के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और मोटर वाहन निरीक्षक भी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान कई वाहन चालकों को चेतावनी दी गई और कुछ वाहनों से हॉर्न हटाए गए। वहीं, लोगों ने इस कदम का स्वागत किया।