क्या तारिक अनवर ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए?, बोले- लोगों के पैसों का हुआ दुरुपयोग
सारांश
Key Takeaways
- लालू प्रसाद यादव के परिवार का विवाद उनका व्यक्तिगत मामला है।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए गए सवाल गंभीर हैं।
- महागठबंधन की हार के पीछे कई कारण हो सकते हैं।
- आगामी चुनावों में सुधार की आवश्यकता है।
- पीओके के मुद्दे पर सेना का मनोबल महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, १७ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव के परिवार में चल रहे विवाद के संदर्भ में कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि यह उनके परिवार का मामला है। इसमें बाहरी लोगों का हस्तक्षेप उचित नहीं है। उनका परिवार सक्षम है, लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा कि यह स्थिति दु:खद है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आए कुछ ही दिन हुए हैं और उसके बाद से अंदरूनी संघर्ष सामने आ रहे हैं, जो कि एक सकारात्मक संकेत नहीं है।
उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन की कुछ सीटों पर हुई फ्रेंडली फाइट के बारे में राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि यह एक छोटा सा कारण हो सकता है, लेकिन यह कोई महत्वपूर्ण कारण नहीं है। चुनाव आयोग की भूमिका पर उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली रही है। चुनाव के आरंभ से अंत तक जिस तरह से लोगों के पैसे का दुरुपयोग हुआ, और लोगों को एक तरह से रिश्वत दी गई, यह सभी चिंताजनक है। हमारा संगठन इतना मजबूत नहीं था कि उनके प्रोपगेंडा का उत्तर दे सके।
तारिक अनवर ने महागठबंधन की हार के पीछे किसी एक कारण के होने की बात खारिज की। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर समन्वय की कमी भी एक कारण रही। आने वाले समय में चुनाव का विश्लेषण किया जाएगा कि कहां कमी रह गई और इसे सही करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
तारिक अनवर ने चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीडीएस) उपेंद्र द्विवेदी के बयान पर कहा कि भारत पूरी फिल्म देखना चाहता था, लेकिन उस समय प्रधानमंत्री या भारत सरकार ने इसे रोक दिया। उस समय का माहौल और हमारे जवानों का हौसला एक अच्छा अवसर था कि हम पीओके को वापस ले सकते थे।