क्या तेज प्रताप ने तेजस्वी को दी नसीहत कि उन्हें मर्यादा समझनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप का तेजस्वी को मर्यादा का पाठ
- विजयादशमी पर जनता के प्रति समर्पण
- आरएसएस को लेकर तेज प्रताप की टिप्पणी
- सभी धर्मों का सम्मान करने की आवश्यकता
- देश की स्थिति पर चिंता
पटना, २ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्व मंत्री और जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें मर्यादा को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूँकि वे छोटे भाई हैं, उन्हें यह समझना आवश्यक है कि कौन राम है और कौन लक्ष्मण है। उन्हें मर्यादा को देखने की आवश्यकता है और बड़े भाई का सम्मान करना चाहिए।
तेज प्रताप ने महुआ जाने से पहले पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि विजयादशमी के अवसर पर हम जनता के बीच रहेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन जनता के लिए समर्पित कर दिया है। इस दौरान तेज प्रताप यादव ने सभी को विजयादशमी की शुभकामनाएं भी दीं।
आरएसएस के १०० वर्ष पूरे होने पर पूर्व मंत्री ने कहा कि आजादी में आरएसएस का कोई योगदान नहीं था। उन्होंने महात्मा गांधी के योगदान पर भी प्रकाश डाला।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेश दौरे पर तेज प्रताप ने कहा, "अब वे विदेश गए हैं, वे जानेंगे। वे सोच रहे होंगे कि उनके घूमने से लोगों का भला होगा।"
‘आई लव मोहम्मद’ विवाद पर उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी धर्म का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि देश-दुनिया किस दिशा में जा रही है।
विजयादशमी को लेकर उन्होंने कहा कि रावण केवल एक असुर है, जो लोगों के दिमाग में बसा रहता है। यदि लोग अपनी सोच में बदलाव लाएंगे, तो रावण अपने आप समाप्त हो जाएगा।