क्या तेजस्वी की सभा में पीएम मोदी का अपमान हुआ? विजय सिन्हा बोले- यह जंगलराज की मानसिकता

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव पर विवादों का साया बना हुआ है।
- प्रधानमंत्री मोदी का अपमान बिहार की राजनीति में नया विवाद।
- विजय सिन्हा की तीखी प्रतिक्रिया से राजनीतिक तापमान बढ़ा।
- बिहार की संस्कृति और गरिमा को ठेस पहुंचाने का मामला।
- जनता की भावनाओं का सम्मान करना जरूरी।
पटना, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की गतिविधियों के बीच राजनीतिक बयानबाजी में तेजी आ गई है। विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। तेजस्वी यादव की सभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। इस घटना पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे जंगलराज की मानसिकता बताया है।
विजय कुमार सिन्हा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव की सभा में प्रधानमंत्री मोदी का अपमान किया गया। यह केवल गाली-गलौज की राजनीति नहीं है, बल्कि बिहार में गुंडाराज स्थापित करने की कोशिश है। ऐसे व्यक्तियों को गाली देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है और तेजस्वी यादव इसका आनंद ले रहे हैं। यह बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। यह वही मानसिकता है जो उनके पिता लालू प्रसाद यादव के समय देखने को मिली थी।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता और बहन का सम्मान सर्वोपरि है, लेकिन तेजस्वी यादव की राजनीति में बार-बार प्रधानमंत्री की माता का अपमान किया जा रहा है। यह परिवारवादी सोच, सोने के चम्मच से जन्मे लोगों की मानसिकता और बिहार को बदनाम करने की साजिश है। तेजस्वी यादव को बिहार की धरती और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
बिहार की गरिमा और जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कृत्य बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक और संवैधानिक व्यवस्था में इस प्रकार की भाषा और आचरण के लिए कोई स्थान नहीं है।
वहीं, जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जिस प्रकार कार्यकर्ताओं को भड़काने का काम कर रहे हैं, उससे उनके साथियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है? विपक्ष की गरिमा गिर रही है और तेजस्वी के समर्थकों में हताशा व बौखलाहट देखी जा रही है। तेजस्वी को हार का डर सता रहा है, यह उसी का नतीजा है। अगर उनकी राय अलग है, तो उन्हें माफी मांगनी चाहिए और अपने कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए।