क्या राजद नेता तेजस्वी यादव का बिहार में बदलाव के लिए वोट देने का आह्वान सही है?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने सकारात्मक चुनावी माहौल की बात की।
- चुनाव आयोग पर उठाए गए सवाल महत्वपूर्ण हैं।
- आरक्षण पर भाजपा की चुप्पी पर सवाल उठाए गए।
- बदलाव के लिए जनता का आशीर्वाद महत्वपूर्ण है।
- भाजपा से 11 साल का हिसाब मांगा गया।
पटना, 9 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि पार्टी का माहौल बेहद सकारात्मक है और इस बार बदलाव के लिए वोटिंग की जा रही है। उन्होंने वीवीपैट पर्चियों के मिलने और विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों के गायब होने के मुद्दे पर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए।
तेजस्वी यादव ने रविवार को पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "आज दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है। माहौल बहुत सकारात्मक है। बिहार की जनता हमें आशीर्वाद दे रही है और इस बार बदलाव के लिए वोट देने जा रही है। 11 नवंबर को फिर से लोग मतदान करेंगे।"
इस दौरान, तेजस्वी यादव ने आरक्षण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि न तो प्रधानमंत्री और न ही कोई केंद्रीय मंत्री उस 65 प्रतिशत आरक्षण पर बात कर रहा है, जिसे हमारी 17 महीने की सरकार ने बढ़ाया था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे से भाग रहे हैं।
उन्होंने भाजपा से 11 वर्षों का हिसाब भी मांगा। उनका कहना था, "पढ़ाई, कमाई, सिंचाई और दवाई पर सरकार को बात करनी चाहिए। 11 साल का हिसाब देना चाहिए और बताना चाहिए कि गुजरात और बिहार जैसे राज्यों को कितना और क्या-क्या दिया गया।"
प्रधानमंत्री मोदी के 'कट्टा' गाने पर की गई टिप्पणी पर भी तेजस्वी यादव ने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, "भाजपा के नेता 65 प्रतिशत आरक्षण का लाभ लेकर ऐसी बातें कर रहे हैं। गुजरात में फैक्ट्रियों का जिक्र किया जाता है और यहाँ बिहार में इस प्रकार की बातें की जा रही हैं।"
चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, "चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि जिस तरह पर्चियां मिली हैं, उन पर ध्यान दें। यदि सीसीटीवी गायब किए जा रहे हैं, तो सवाल तो उठेंगे।"
क्या यहाँ कोई गड़बड़ करने की कोशिश हो रही है? इस सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि इन लोगों को गड़बड़ करने दीजिए, कुछ नहीं होगा, क्योंकि राजद के समर्थन में भारी मतदान हो रहा है।