क्या तेजस्वी यादव ने एसआईआर प्रक्रिया पर भाजपा की साजिश का खुलासा किया?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने एसआईआर प्रक्रिया पर भाजपा का आरोप लगाया।
- मतदाता सूची से नामों के हटने को भाजपा की साजिश बताया।
- 17 अगस्त से 'वोट अधिकार यात्रा' शुरू होगी।
- राजद चुनाव आयोग की प्रक्रिया का विरोध कर रही है।
- उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का उदाहरण दिया गया।
पटना, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से हटाए गए नामों का यह सब भाजपा की साजिश है, जो चुनाव आयोग के माध्यम से अपनी योजनाओं को लागू करवा रही है।
तेजस्वी यादव ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह कहा, "यह बिहार का दुर्भाग्य है कि अनेक मतदाताओं के नाम निरंतर हटाए जा रहे हैं। कई लोगों के पास आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं और कुछ ऐसे भी व्यक्ति हैं, जो बिहार से बाहर रहते हैं, लेकिन फिर भी बिहार में वोट डालते हैं।" उन्होंने स्पष्ट किया कि राजद एसआईआर का विरोध नहीं कर रही है, बल्कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है। नाम क्यों काटे गए, यह कोई नहीं बता रहा है।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, "बिहार को विशेष पैकेज और विशेष राज्य का दर्जा चाहिए था ताकि बिहार आगे बढ़ सके। लेकिन एसआईआर लागू हो रहा है। हम इसकी प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं, न कि एसआईआर का।" उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का उदाहरण देते हुए कहा, "डिप्टी सीएम ने खुद इस मामले को चुनाव आयोग पर डाल दिया है। ऐसे में प्रक्रिया पर सवाल उठना स्वाभाविक है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था होने के अपने दर्जे का दुरुपयोग कर रहा है और सुप्रीम कोर्ट की सलाहों को भी नहीं मान रहा है।
बिहार में 'वोट अधिकार यात्रा' के बारे में भी तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त से महागठबंधन के दल 'वोट अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं। वे लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करेंगे। राजद नेता ने यह भी बताया कि राहुल गांधी समेत महागठबंधन के कई नेता इस यात्रा में शामिल होंगे।