क्या मोकामा में तेजस्वी यादव ने गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की लड़ाई गरीबी और बेरोजगारी के खिलाफ है।
- उन्होंने 17 महीने में पांच लाख नौकरियां देने का दावा किया।
- उनका उद्देश्य नया बिहार बनाना है।
- वे डरे हुए नहीं हैं और अपने वादों पर दृढ़ हैं।
- मोकामा की जनसभा में उत्साह देखने को मिला।
मोकामा, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने रविवार को मोकामा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पलायन, अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ है।
तेजस्वी यादव ने मोकामा की जनता से राजद के उम्मीदवार के पक्ष में वोट देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि मोकामा में हुई इस जनसभा में लोगों की भीड़ का उत्साह यह दर्शाता है कि सरकार बदलने जा रही है, बिहार में बदलावमेरी लड़ाई गरीबी, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ है, इसलिए जनता से तेजस्वी को केवल 20 महीने चाहिए।
तेजस्वी ने कहा कि उन्हें एक और मौका चाहिए। जो पहले कहा, वह किया, अब जो कह रहे हैं, वह करेंगे। उन्होंने 17 महीने में पांच लाख नौकरियां देने का दावा किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा कहते थे, "पैसा कहां से लाएगा, नौकरी कहां से देगा?" हमने यह साबित कर दिया है। मेरी उम्र भले ही कम हो, लेकिन जुबान पक्की है।
उन्होंने कहा कि बिहार को आगे बढ़ाने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। इस बार हम मिलकर नया बिहार बनाना चाहते हैं, जहां हर किसी को रोजगार मिले, शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, और किसानों की आय दोगुनी हो। ऐसी सरकार हम बनाएंगे।
तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह को चेतावनी देते हुए कहा कि वे डरे हुए नहीं हैं। वे एक बिहारी लड़के हैं और हमेशा याद रखें, 'एक बिहारी, सब पर भारी'। वे लालू यादव के बेटे हैं और कभी भी पीएम मोदी और अमित शाह से नहीं डर सकते।
उन्होंने जोश में कहा कि तूफान से लड़ने का मजा ही अलग होता है। हम डरने वाले नहीं हैं। 14 नवंबर को परिणाम आएगा, और 18 तारीख को शपथ लेंगे।