क्या तेजस्वी यादव ने एनडीए पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा अति पिछड़ा समाज को केवल वोट बैंक समझती है?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का एनडीए पर हमला
- भाजपा की नीति पर सवाल
- राजद का आर्थिक न्याय का वादा
- बिहारी जनता की समझदारी
पटना, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा जल्द ही होने वाली है, जिसके चलते सियासत में गर्मी बढ़ गई है। नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को एनडीए पर क्रूर हमला करते हुए कहा कि यह अति पिछड़ा समाज को सिर्फ एक वोट बैंक के रूप में देखता है, जबकि सच्चाई में यह समाज पावर बैंक है।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि एनडीए ने केवल धोखा देने का काम किया है, जबकि राजद इस वर्ग को आर्थिक न्याय दिलाने और मुख्यधारा में लाने की दिशा में कार्यरत है।
मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने कहा कि अति पिछड़ा समाज के लिए योजनाओं के बारे में उन्होंने दो दिन पहले जानकारी दी थी। वे इस समाज के लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए आर्थिक न्याय पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा लालू प्रसाद यादव पर की गई टिप्पणियों का जवाब जनता ही देगी, ऐसा तेजस्वी ने कहा।
एशिया कप फाइनल में भारत और पाकिस्तान के मुकाबले पर तेजस्वी ने कहा, 'खेलेंगे तो नतीजा सभी को पता है, इसे रोका नहीं जा सकता। इंडिया फाइनल में पहुंच गई है, तो बोलने का क्या अर्थ है?' उन्होंने एशिया कप में भाग लेने के विषय पर तंज कसते हुए कहा कि इसका जवाब वही देंगे जिनके रगों में सिंदूर बह रहा था।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बिहार दौरे पर तेजस्वी ने कहा कि हर किसी को अपनी पार्टी का विस्तार करने का हक है। राजद भी अपनी ताकत बढ़ाना चाहती है, लेकिन भाजपा को हराने वाली ताकतों की मदद के लिए कई राज्यों में चुनाव नहीं लड़ती।
भाजपा नेतृत्व के बिहार दौरे के बारे में तेजस्वी ने कहा कि पूरा केंद्रीय नेतृत्व और आरएसएस बिहार में सक्रिय है, लेकिन 'बिहारी राजनीतिक और सामाजिक रूप से सबसे बुद्धिमान होते हैं, सब समझते हैं।'