क्या तेलंगाना विधायक दनम नागेंदर ने अयोग्यता नोटिस का जवाब देने के लिए समय मांगा?
सारांश
Key Takeaways
- दनम नागेंदर ने अयोग्यता नोटिस का जवाब देने के लिए समय मांगा।
- बीआरएस के विधायकों पर कांग्रेस में शामिल होने के आरोप हैं।
- सुप्रीम कोर्ट ने कार्रवाई में देरी को गंभीर माना।
- मामले की अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।
- राजनीतिक दबाव और आंतरिक गतिशीलता की भूमिका महत्वपूर्ण है।
हैदराबाद, 23 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना विधानसभा के सदस्य और कांग्रेस में शामिल होने वाले 10 बीआरएस विधायकों में से एक दनम नागेंदर ने विधानसभा अध्यक्ष गद्दम प्रसाद कुमार द्वारा भेजे गए अयोग्यता नोटिस का जवाब देने के लिए और समय मांगा है।
खैरताबाद से विधायक नागेंदर ने इस संबंध में अध्यक्ष को पत्र लिखा है। इससे पहले भी उन्हें दो बार नोटिस भेजा जा चुका है, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया।
इसके साथ ही कडियम श्रीहरी ने भी नवीनतम नोटिस पर जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है।
अध्यक्ष पहले ही उन आठ बीआरएस विधायकों की सुनवाई पूरी कर चुके हैं जिन पर कांग्रेस में शामिल होने का आरोप है। सुनवाई पूरी होने के बाद अध्यक्ष ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।
बीआरएस ने दावा किया है कि ये विधायक खुले तौर पर कांग्रेस में शामिल हुए और विधानसभा में भी कोषागार बेंच पर बैठे। हालांकि, संबंधित विधायकों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे केवल मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से अपने क्षेत्रों के विकास के लिए मुलाकात करने गए थे।
बीआरएस ने अध्यक्ष के समक्ष यह भी प्रस्तुत किया कि नागेंदर न केवल कांग्रेस में शामिल हुए बल्कि 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर सिकंदराबाद सीट से चुनाव भी लड़े। वहीं श्रीहरी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी कडियम काव्या के लिए प्रचार किया, जिन्होंने कांग्रेस टिकट पर वारंगल से चुनाव लड़ा।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने 17 नवंबर को इन विधायकों पर कार्रवाई में देरी के लिए विधानसभा अध्यक्ष को अवमानना नोटिस जारी किया। अदालत ने इस देरी को “सबसे गंभीर प्रकार की अवमानना” बताया।
मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ ने 31 जुलाई को निर्देश दिया था कि तीन महीनों के भीतर इस मामले का निपटारा किया जाए। अब इस मामले की अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।