क्या राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जननायक हैं? तेज प्रताप यादव का सवाल
सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव ने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी का नाम लिया।
- जननायक की परिभाषा पर सवाल उठाया गया।
- राजनीतिक विरासत और सार्वजनिक छवि पर चर्चा हुई।
पटना, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपने भाई तेजस्वी यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राहुल और तेजस्वी को ‘जननायक’ कहे जाने पर तेज प्रताप ने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि वे अपने दम पर कुछ कर सकें, तभी उन्हें जननायक कहने पर विचार किया जा सकता है।
पटना में राजद के कार्यालय के बाहर तेजस्वी यादव को ‘बिहार का नायक’ बताते हुए पोस्टर लगाए गए। इस पर तेज प्रताप यादव ने कहा, "सच्चे जननायक कौन हैं? कर्पूरी जी, लोहिया जी, अंबेडकर और महात्मा गांधी जैसे लोग जननायक हैं। पर जो लोग खुद को 'जननायक' कहते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।"
तेज प्रताप यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद को भी ‘जननायक’ बताया। हालांकि, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के बारे में उन्होंने कहा, "लालू प्रसाद की राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के ऊपर छत्रछाया है। जब वे अपने बल पर कुछ कर दिखाएंगे, तब हम मानेंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरे ऊपर (पिता लालू प्रसाद) की छत्रछाया नहीं है। मेरे ऊपर बिहार की गरीब जनता और यहां के युवाओं की छत्रछाया है, जिसे लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।"
इससे पहले, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रधान महासचिव और लालू प्रसाद यादव के करीबी अब्दुल बारी सिद्दीकी भी तेजस्वी यादव को ‘जननायक’ बताने पर सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को जननायक बनने में समय लगेगा।
तेजस्वी को ‘जननायक’ के रूप में प्रस्तुत करने पर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "तेजस्वी को लालू यादव की विरासत मिली है और वे पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें समय लगेगा।"
राजद नेता ने यह भी कहा था कि यदि वे कर्पूरी ठाकुर और लालू यादव के आदर्शों और दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते रहेंगे, तो जनता उन्हें निश्चित रूप से ‘जन-रक्षक’ के रूप में पहचानेगी।