क्या ठाकरे भाइयों का बीएमसी चुनावों के लिए गठबंधन पक्का हो गया है?
सारांश
Key Takeaways
- उद्धव और राज ठाकरे के बीच गठबंधन स्थापित हो गया है।
- संजय राउत ने इस गठबंधन को दिल से स्वीकार किया है।
- बीएमसी चुनावों के लिए सीट-शेयरिंग की प्रक्रिया चल रही है।
- गठबंधन का औपचारिक ऐलान बुधवार को होगा।
- इस गठबंधन का राजनीतिक महत्व है और यह चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
मुंबई, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे (शिवसेना यूबीटी) और राज ठाकरे (एमएनएस) के बीच गठबंधन अब आधिकारिक रूप से स्थापित हो गया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर दोनों ठाकरे भाइयों की तस्वीर साझा की।
पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने 'मनोमिलन' (दिलों का मिलन) की पुष्टि की और कहा कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने इस गठबंधन को दिल से स्वीकार कर लिया है। वे पहले से ही जमीनी स्तर पर सहयोग कर रहे हैं।
राउत ने बताया, "जब दोनों भाई महाराष्ट्र के स्कूलों में पहली कक्षा से हिंदी थोपने के खिलाफ एकजुट हुए, तभी 'मनोमिलन' हुआ। सीट-शेयरिंग व्यवस्था को कल रात अंतिम रूप दिया गया।"
उन्होंने आगे बताया कि गठबंधन एक वास्तविकता है, लेकिन खास सीटों की औपचारिक घोषणा बुधवार को की जाएगी।
राउत ने कहा कि 'ठाकरे भाइयों' के बीच समझौता हो गया है और जल्द ही सीट-शेयरिंग की औपचारिक घोषणा की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में नगर निकायों के लिए तालमेल बिठाने में समय लगता है, लेकिन मुख्य सौदा फाइनल हो चुका है।
उन्होंने कहा, "नगर निगम चुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नासिक, पुणे, कल्याण-डोंबिवली और मीरा-भयंदर के मुद्दों पर चर्चा पूरी हो चुकी है।"
राउत ने स्पष्ट किया कि अब सवाल यह नहीं है कि वे पार्टनरशिप करेंगे या नहीं, बल्कि यह है कि सीटों का बंटवारा कैसे होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कोई आंतरिक मतभेद नहीं है। 'हम दिल से एक साथ आए हैं।'
उन्होंने कहा कि गठबंधन तब पक्का हुआ जब राज और उद्धव ठाकरे ने जुलाई में राज्य सरकार द्वारा पहली कक्षा से मराठी और अंग्रेजी के साथ हिंदी पढ़ाने के कदम के खिलाफ एक साथ आवाज उठाई और कहा कि सीट-शेयरिंग को लेकर कोई मतभेद नहीं है।
उन्होंने कहा, "पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी कर दिए गए हैं और गठबंधन को लेकर कार्यकर्ताओं में कोई भ्रम नहीं है।"
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि महा विकास अघाड़ी के ढांचे के तहत तालमेल बिठाने के लिए एनसीपी (शरद पवार गुट) के जयंत पाटिल के साथ बातचीत चल रही है। हालाँकि कांग्रेस के साथ औपचारिक बातचीत अभी 'बंद' है, लेकिन राउत ने हाल के स्थानीय निकाय चुनावों में उनकी सफलता पर उन्हें शुभकामनाएँ दी।