क्या ट्रंप प्रशासन विदेश विभाग में बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रहा है?

Click to start listening
क्या ट्रंप प्रशासन विदेश विभाग में बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी कर रहा है?

सारांश

ट्रंप प्रशासन द्वारा अमेरिकी विदेश विभाग में बड़े पैमाने पर छंटनी की योजना बनाई जा रही है। क्या यह कदम संस्थागत सुधार की दिशा में सही है? जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के पीछे की वजहें और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • ट्रंप प्रशासन ने विदेश विभाग में छंटनी करने का निर्णय लिया है।
  • लगभग 700 राजनयिक अपनी नौकरी खो सकते हैं।
  • यह कदम नौकरशाही का बोझ कम करने के लिए बताया गया है।
  • कांग्रेस में डेमोक्रेट नेताओं ने इस फैसले की आलोचना की है।
  • आलोचकों का कहना है कि यह मानवाधिकार और लोकतंत्र जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रभावित कर सकता है।

नई दिल्ली, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी विदेश विभाग में जल्द ही बड़े पैमाने पर छंटनी करने की योजना बनाई है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को विभाग के कर्मचारियों को औपचारिक रूप से सूचित किया गया कि छंटनी की प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू की जाएगी। इस कदम को नौकरशाही का बोझ कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है।

डिप्टी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर मैनेजमेंट एंड रिसोर्सेज, माइकल जे. रीगस की ओर से गुरुवार को भेजे गए एक संदेश में कहा गया कि अमेरिकी कर्मचारियों को जल्द ही छंटनी की सूचना दी जाएगी। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी संकेत दिया है कि शुक्रवार सुबह से ही कर्मचारियों को नोटिस मिलना शुरू हो सकता है। दरअसल, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए ट्रंप प्रशासन को संघीय एजेंसियों में बड़े पैमाने पर छंटनी करने से रोका था। इस आदेश के दो दिन बाद ही यह कदम उठाया गया।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने मई में एक पुनर्गठन योजना की घोषणा की थी, जिसमें उन्होंने अपने विभाग को 'ब्लोटेड' (जरूरत से ज्यादा लोग) और 'नौकरशाही से जकड़ा हुआ' बताया था। रुबियो ने कहा कि ये बदलाव विभाग को अमेरिकी मूल्यों के साथ बेहतर ढंग से जोड़ेंगे और 'कट्टर राजनीतिक विचारधारा' को खत्म करेंगे।

इस छंटनी से सबसे अधिक प्रभाव विदेश में तैनात प्रशिक्षित राजनयिकों पर पड़ेगा, जिनमें से करीब 700 अमेरिकी कर्मचारी अपनी नौकरी खो सकते हैं। इसके अलावा, वाशिंगटन में तैनात सिविल सर्विस कर्मचारियों की भी भारी संख्या में छंटनी की जाएगी। कुल मिलाकर अमेरिका में विदेश विभाग के लगभग 18 हजार में से 15 फीसदी कर्मचारियों की कटौती की योजना है। रुबियो की योजना के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय दूतावासों या विदेशी अभियानों पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।

कांग्रेस में डेमोक्रेट नेताओं और वरिष्ठ राजनयिकों ने इस फैसले की तीखी आलोचना की है। उनका मानना है कि इस तरह की छंटनी से अमेरिका की वैश्विक भूमिका कमजोर हो सकती है।

कांग्रेस के कई सदस्यों ने एक खुले पत्र में रुबियो को लिखा, "मौजूदा समय में अमेरिका के राजनयिकों की सबसे अधिक जरूरत है ताकि वैश्विक तनाव को शांतिपूर्ण तरीके से कम किया जा सके और अमेरिका की विदेश नीति के लक्ष्यों को आगे बढ़ाया जा सके।" उन्होंने चेतावनी दी कि यह योजना अमेरिका को वैश्विक मंच पर नेतृत्व के लिए आवश्यक साधनों से वंचित कर देगी।

आलोचकों का कहना है कि यह योजना उन विभागों को निशाना बना रही है जो मानवाधिकार, लोकतंत्र, शरणार्थियों और युद्ध अपराध जैसे विषयों पर काम करते हैं। हालांकि विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि यह छंटनी किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि पदों के खात्मे पर आधारित है। उदाहरण के लिए, तीन आर्थिक प्रतिबंध कार्यालयों को मिलाकर एक करने जैसे कदम उठाए गए हैं।

Point of View

हमें यह समझना चाहिए कि ट्रंप प्रशासन का यह कदम अमेरिका की वैश्विक स्थिति को प्रभावित कर सकता है। इस तरह की छंटनी न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय छवि के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकती है।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

ट्रंप प्रशासन की छंटनी योजना का मुख्य कारण क्या है?
ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह छंटनी नौकरशाही का बोझ कम करने और विभाग को अधिक प्रभावी बनाने के लिए की जा रही है।
छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों की संख्या कितनी होगी?
लगभग 18 हजार कर्मचारियों में से 15 फीसदी, यानी करीब 700 कर्मचारी, इस छंटनी से प्रभावित हो सकते हैं।
क्या इस छंटनी का अंतरराष्ट्रीय दूतावासों पर कोई प्रभाव पड़ेगा?
रुबियो की योजना के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय दूतावासों या विदेशी अभियानों पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।