क्या उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र सफल होगा?

सारांश
Key Takeaways
- 19 अगस्त को विधानसभा का मानसून सत्र होगा।
- प्रशासन सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर ध्यान दे रहा है।
- सत्र की सफलता के लिए तैयारी में जुटा है प्रशासन।
- भराड़ीसैंण में यह सत्र महत्वपूर्ण निर्णयों का गवाह बनेगा।
- जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
चमोली, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र 19 अगस्त को आयोजित होने वाला है। इस सत्र के लिए चमोली जिला प्रशासन ने तैयारियां आरंभ कर दी हैं।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने जानकारी दी कि प्रशासन को शासन से मानसून सत्र के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। इन निर्देशों के आधार पर प्रशासन सत्र की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने सत्र के लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की मांग की है। इसके साथ ही संपर्क अधिकारी की तैनाती का प्रस्ताव भी भेजा गया है, ताकि सभी कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सकें।
संदीप तिवारी ने कहा, "इस सत्र के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठकें हो चुकी हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अधिकारियों और मजिस्ट्रेटों से जुड़ी सभी आवश्यकताएं राज्य सरकार को सौंप दी गई हैं। अब प्रशासन हर पहलू पर ध्यान दे रहा है ताकि सत्र शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रशासन उच्च अधिकारियों से प्राप्त सभी निर्देशों का पालन कर रहा है। प्रशासन की यह कोशिश है कि विधानसभा सत्र के दौरान कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न न हो, जिससे किसी प्रकार की परेशानी हो।
संदीप तिवारी ने उम्मीद जताई कि विधानसभा सत्र पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न होगा।
भराड़ीसैंण में विधानसभा सत्र का आयोजन महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी है और यहां पर राज्य के महत्वपूर्ण निर्णयों पर चर्चा होती है।