क्या उत्तराखंड में 678 ग्राम चरस के साथ दो तस्कर गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- उत्तराखंड पुलिस ने 678 ग्राम चरस के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया।
- यह गिरफ्तारी ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025 के अंतर्गत हुई।
- पुलिस की सघन चेकिंग से तस्करी का मामला पकड़ा गया।
- गिरफ्तार युवकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया।
- नशे के कारोबार के खिलाफ अभियान और तेज करने का आश्वासन दिया गया।
टिहरी गढ़वाल, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 'ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025' के अंतर्गत चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियान के तहत टिहरी पुलिस ने दो युवकों को 678 ग्राम अवैध चरस के साथ रंगे हाथों पकड़ा।
मंगलवार को नरेंद्रनगर थाना क्षेत्र के प्लास्डा बैरियर पर वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही थी। शाम के समय एक अल्टो कार को रोका गया। तलाशी के दौरान पुलिस को हैरानी हुई, क्योंकि कार में सवार दोनों युवकों के पास से 678 ग्राम उच्च गुणवत्ता की चरस बरामद हुई। दोनों को तत्क्षण गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में सतेंद्र सिंह रावत (28 वर्ष), गांव धारकोट, थाना धरासू, जिला उत्तरकाशी, और सुभाष रावत (21 वर्ष), गांव बनगांव, थाना धरासू, जिला उत्तरकाशी, शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी उत्तरकाशी से चरस लेकर टिहरी और आसपास के इलाकों में सप्लाई करने जा रहे थे। इनका पहले भी नशे के कारोबार में नाम जुड़ा हुआ है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही, इस्तेमाल की गई अल्टो कार को भी जब्त कर लिया गया है।
इस कार्रवाई का नेतृत्व थाना प्रभारी नरेंद्रनगर इंस्पेक्टर संजय मिश्रा ने किया। टीम में चौकी प्रभारी प्लास्डा सब-इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह, सब-इंस्पेक्टर भगवती प्रसाद बहुगुणा, हेड कांस्टेबल वीरेंद्र प्रसाद और हेड कांस्टेबल हमीद खान शामिल रहे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल ने पूरी टीम को बधाई दी है और कहा कि देवभूमि को नशे से मुक्त करने के लिए ऐसे अभियान और तेज किए जाएंगे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि कहीं भी नशे की तस्करी या बिक्री की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
पिछले कुछ महीनों में टिहरी और उत्तरकाशी क्षेत्र से लगातार चरस तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस का दावा है कि अब लगातार चेकिंग और मुखबिर तंत्र को मजबूत करके नशे के इस कारोबार की कमर तोड़ी जाएगी।