क्या उत्तराखंड सरकार ने अर्ध कुंभ मेला की तैयारियों की शुरुआत की है, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 54 करोड़ का बजट?

सारांश
Key Takeaways
- 54 करोड़ का बजट अर्ध कुंभ मेला-2027 के लिए प्रस्तावित है।
- 2924 बेड की चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जाएगी।
- 24 नई एम्बुलेंस और तीन फूड सेफ्टी वैन खरीदी जाएंगी।
- स्वास्थ्य विभाग ने विस्तृत कार्ययोजना बनाई है।
- कुंभ मेला उत्तराखंड की संस्कृति का प्रतीक है।
हरिद्वार, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड सरकार ने अर्ध कुंभ मेला-2027 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की निगरानी में, स्वास्थ्य विभाग ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। इसके लिए 54 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया है, जिसमें स्थायी और अस्थायी दोनों प्रकार के कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कुंभ केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि हर तीर्थयात्री सुरक्षित, स्वस्थ और संतुष्ट अनुभव के साथ लौटे। सरकार तीर्थयात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि मेले के दौरान चिकित्सा सुविधाओं के लिए 2924 बेड, 40 एम्बुलेंस, नए अस्पताल भवन और आधुनिक मशीनों की व्यवस्था की जाएगी। कुल 54 करोड़ के बजट में 683 लाख स्थायी और 3765 लाख अस्थायी कार्यों पर खर्च होगा। मेले में 35 अस्थायी अस्पतालों में 373 बेड, 13 सरकारी अस्पतालों में 1101 बेड और निजी अस्पतालों में 1450 बेड की व्यवस्था की जाएगी।
अतिरिक्त रूप से, 24 नई एम्बुलेंस खरीदी जाएंगी, जिनमें एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस शामिल होंगी। खानपान की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए तीन नई फूड सेफ्टी वैन खरीदी जाएंगी, जो मेला क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की नियमित जांच करेंगी। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए पाँच माउंटेबल फागिंग मशीनें खरीदी जाएंगी, जो मेला क्षेत्र में छिड़काव करेंगी।
स्वास्थ्य विभाग के कुंभ मेला अधिकारी डॉ. मनोज वर्मा के नेतृत्व में सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने का कार्य किया जा रहा है। यह कार्ययोजना न केवल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करेगी, बल्कि उत्तराखंड की वैश्विक छवि को भी और मजबूत करेगी। सरकार का लक्ष्य अर्ध कुंभ मेला-2027 को ऐतिहासिक और यादगार बनाना है।