क्या वीर सावरकर पर कांग्रेस की टिप्पणी अस्वीकार्य है? योगेंद्र चंदोलिया का बयान

सारांश
Key Takeaways
- वीर सावरकर के ऐतिहासिक योगदान को समझना आवश्यक है।
- कांग्रेस की टिप्पणियों को लेकर योगेंद्र चंदोलिया का कड़ा दृष्टिकोण।
- राजनीतिक विवादों में राहुल गांधी और उदित राज की भूमिका पर चर्चा।
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कांग्रेस नेताओं द्वारा वीर सावरकर के संबंध में की गई टिप्पणियों पर कड़ा हमला किया है।
चंदोलिया ने कहा कि कांग्रेस का ‘दिवालियापन’ स्पष्ट रूप से दिखाई देता है जब वह स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के प्रति सवाल उठाती है। सावरकर जैसे ऐतिहासिक व्यक्तित्व के बारे में पूरे देश को ज्ञात है।
उन्होंने आगे कहा, "यह सुनकर अजीब लगता है। वीर सावरकर ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया और 10 वर्ष से अधिक समय तक अंडमान-निकोबार की काली पानी जेल में कठिन सजा भुगती।"
योगेंद्र चंदोलिया ने कांग्रेस नेता उदित राज के हालिया बयान पर भी तीखा प्रहार किया, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को 'आतंकवादी संगठन' कहा था।
चंदोलिया ने कहा, "उदित राज की मानसिकता पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। उन्हें उपचार की आवश्यकता है। उनकी बातों में कोई तथ्य नहीं होता है।"
उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया और कहा कि बिहार में उनकी राजनीतिक स्थिति अब कोई खास नहीं रह गई है। राहुल जहां भी जाते हैं, वहां कांग्रेस को निर्णय लेना है। लेकिन बिहार में उनके लिए कुछ नहीं बचा है। जिस दिन वह तेजस्वी यादव से सीट समझौते पर चर्चा करेंगे, उसी दिन उन्हें ‘गो बैक’ कह दिया जाएगा।
इसके अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने राहुल गांधी के विदेश दौरे पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी हमेशा विदेशी शक्तियों का समर्थन करते हैं, जो भारत को कमजोर करना चाहती हैं। गलवान विवाद के दौरान भी वह भारत के साथ नहीं खड़े हुए। उनका दिल भारत में नहीं, बल्कि उन शक्तियों के साथ है जो देश को कमजोर देखना चाहती हैं। वह पाकिस्तान की ‘बी-टीम’ की तरह काम करते हैं।"