क्या हिंदू समाज कभी कानून तोड़ता है? विजय चौधरी ने अबू आजमी को दिया जवाब

सारांश
Key Takeaways
- हिंदू समाज कानून का उल्लंघन नहीं करता है।
- अबू आजमी के बयान पर विजय चौधरी की कड़ी प्रतिक्रिया।
- समाज में धर्म और संस्कृति का सम्मान जरूरी है।
मुंबई, 22 (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता विजय चौधरी ने महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें सपा नेता ने हिंदुओं के त्योहार मनाने के तरीके पर टिप्पणी की थी। आजमी ने कहा कि हिंदुओं के त्योहार भी सड़क पर मनाए जाते हैं, जिससे परेशानी होती है, लेकिन हमने इस मुद्दे को नहीं उठाया। इस पर विजय चौधरी ने कहा कि हिंदू समाज कभी कानून का उल्लंघन नहीं करता है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए विजय चौधरी ने कहा, "हिंदू समाज कभी भी कानून को नहीं तोड़ता है। वारकरी संप्रदाय जो पंढरपुर में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं, वे पैदल चलते हैं और रुकते नहीं हैं। दूसरी ओर, नमाज अदा करने वाले रास्ते को जाम कर देते हैं। चलने वाले वारकरी और सड़क पर बैठकर नमाज करने वालों के बीच बड़ा अंतर है।"
विजय चौधरी ने कहा, "केवल कुछ खास समाज को खुश करने के लिए हमारे हिंदू समाज के रीति-रिवाजों पर टिप्पणी करना गलत है। अबू आजमी अगर आज के बाद हिंदू धर्म पर कोई और टिप्पणी करेंगे, तो इसका मुंहतोड़ जवाब हम देंगे।"
गौरतलब है कि अबू आजमी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, "मैं पुणे से आ रहा था और कहा गया कि पालकी जाने वाली है, जल्दी जाना होगा, वरना रास्ता जाम हो जाएगा। हमने कभी रास्ता जाम होने का मुद्दा नहीं उठाया और न ही इसका विरोध किया। लेकिन, सड़क पर नमाज पढ़ने का हर जगह विरोध किया जाता है। देश में जानबूझकर मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "हम अपने हिंदू भाइयों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते हैं। आज तक किसी मुसलमान ने यह शिकायत नहीं की कि सड़क पर त्योहार क्यों मनाए जाते हैं। लेकिन, जब मस्जिद भर जाती है और मजबूरी में कुछ लोग पांच या दस मिनट के लिए बाहर नमाज पढ़ने आते हैं, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कहते हैं कि नमाजियों का पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।"