क्या विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है? 'एसआईआर' पर भ्रम फैला रहे हैं : भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह

सारांश
Key Takeaways
- विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।
- एसआईआर प्रक्रिया को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
- सरकार विकास कार्यों में जुटी हुई है।
- मतदाता सूची से केवल अवैध नाम हटाए जा रहे हैं।
- राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है।
नई दिल्ली, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मामले को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर है। विपक्षी नेता सरकार पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का नाम काटे जाने का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने बुधवार को विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा, इसलिए इसे मुद्दा बना रहे हैं।
भाजपा सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मतदाता सूची से किसका नाम कटा, पहले तेजस्वी यादव इसका सर्वे करवा लें। राजद और कांग्रेस सत्ता में आने के लिए भ्रम फैला रहे हैं। वो प्रदेश के लोगों को गुमराह करने में जुटे हैं। अगर कोई मतदाता जीवित नहीं है, तो क्या सूची में उनका नाम होना चाहिए। इसलिए ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। अगर किसी की मृत्यु हो गई, किसी का कई जगह नाम है, तो उन लोगों का नाम ही हटाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "विपक्ष के पास सरकार को घेरने का कोई मुद्दा नहीं है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार लगातार विकास का काम कर रही है। बिहार में चारों तरफ विकास हो रहा है। विपक्ष के पास विकास के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए कोई सवाल नहीं है, इसलिए वो भाजपा का खौफ दिखाकर मुसलमानों का वोट लेना चाहते हैं।"
लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के सरकार पर वोट चोरी का आरोप लगाने और इस साजिश का पर्दाफाश करने वाले बयान पर भाजपा सांसद ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, "अगर राहुल गांधी ने साजिश पकड़ ली है, तो बता दें। चुनाव तो हर साल होता है। चुनाव एक प्रक्रिया है। चुनाव आयोग स्वायत्त संस्था है।"
सीमांचल इलाके से वोटर लिस्ट में ज्यादातर नाम कटने के बयान पर उन्होंने कहा, "हमारा देश धर्मशाला नहीं है कि कोई घुस जाए। भारत के असली नागरिक का नाम मतदाता सूची में रहना चाहिए। वहीं, अवैध लोगों का नाम कटना चाहिए।"