क्या विपरीत करनी आसन से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर कर तनाव को कम किया जा सकता है?

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क्या विपरीत करनी आसन से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर कर तनाव को कम किया जा सकता है?

सारांश

जानिए कैसे विपरीत करनी आसन आपके तनाव और अनिद्रा को दूर कर सकता है। इस योगासन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जो आपके जीवन को बेहतर बना सकते हैं। पढ़िए इसे करने का सही तरीका और इसके फायदों के बारे में।

Key Takeaways

  • विपरीत करनी आसन से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
  • यह तनाव और अनिद्रा को कम करता है।
  • पैरों को ऊपर रखने से वैरिकोज वेन्स में कमी आती है।
  • दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है।
  • सही तरीके से अभ्यास करने पर स्वास्थ्य में सुधार होता है।

नई दिल्ली, १५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव, थकान और अनिद्रा आम समस्या बन गई है। लेकिन योगासन का अभ्यास कर इन समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। विपरीत करनी एक ऐसा आसन है, जिसके अभ्यास से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और तनाव, अनिद्रा समेत कई अन्य समस्याएं दूर होती हैं।

आयुष मंत्रालय विपरीत करनी आसन को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह देता है। यह तनाव और अनिद्रा को कम करने, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने, दिमाग को शांत करने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होता है।

विपरीत करनी को 'लेग्स अप द वॉल पोज' भी कहा जाता है। इस आसन में व्यक्ति को दीवार पर अपने पैरों को टिकाकर लेटना होता है। यह आसन शुरुआती लोगों के लिए भी सरल है और इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रोजाना ५-१० मिनट का अभ्यास करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।

विपरीत करनी आसन के नियमित अभ्यास से कई फायदे होते हैं। पैरों को ऊपर रखने से रक्त का प्रवाह हृदय की ओर आसानी से होता है। इससे वैरिकोज वेन्स और पैरों की सूजन कम होती है। दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है, जिससे स्ट्रेस हार्मोन (कोर्टिसोल) कम होता है। सोने से पहले इस आसन का अभ्यास करने से गहरी नींद लेने में सहायता मिलती है।

योग विशेषज्ञ विपरीत करनी आसन के सही तरीके से करने की विधि भी बताते हैं। इसके लिए सबसे पहले दीवार के पास चटाई बिछाएं। कूल्हों को दीवार से सटाकर लेटें और फिर पैरों को दीवार पर ऊपर की ओर टिकाएं, जिससे शरीर एल आकार में हो। हाथों को किनारे रखें और हथेलियों को ऊपर की ओर रखें। आंखें बंद कर गहरी सांस लें और ५-१० मिनट तक इस स्थिति में रहें।

विशेषज्ञ कुछ सावधानियों का भी पालन करने की सलाह देते हैं। गर्भवती महिलाओं, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों, तथा गर्दन या कमर दर्द से परेशान लोगों को सलाह दी जाती है कि वे एक्सपर्ट की देखरेख में ही विपरीत करनी आसन का अभ्यास करें। जिनकी हाल ही में पेट की सर्जरी हुई हो, उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए।

Point of View

बल्कि यह आधुनिक जीवन की समस्याओं से निपटने में भी सहायक है। यह तनाव और अनिद्रा के समाधान के रूप में काम करता है और सभी को इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
NationPress
15/11/2025

Frequently Asked Questions

विपरीत करनी आसन को कौन कर सकता है?
यह आसन सभी लोग कर सकते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं और हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित व्यक्तियों को सावधानी बरतनी चाहिए।
इस आसन का अभ्यास कब करना चाहिए?
इस आसन का अभ्यास सुबह या सोने से पहले करना सबसे अच्छा होता है।
क्या विपरीत करनी आसन से अनिद्रा में सुधार होता है?
जी हां, यह आसन दिमाग को शांत करता है और गहरी नींद लाने में मदद करता है।
कितनी देर तक इस आसन का अभ्यास करना चाहिए?
रोजाना 5-10 मिनट का अभ्यास करना चाहिए।
क्या इसे घर पर किया जा सकता है?
जी हां, यह आसन घर पर आसानी से किया जा सकता है।
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