क्या इंटरनेशनल ट्रेड शो व्यापार बढ़ाने के साथ जल संरक्षण के प्रति जागरूक कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- जल जीवन मिशन की सफलता को प्रदर्शनी में दर्शाया गया है।
- प्रदर्शनी में युवाओं के लिए गेमिंग जोन और सेल्फी प्वाइंट उपलब्ध हैं।
- स्कूली बच्चों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई जा रही है।
- प्रदर्शनी में बुंदेलखंड के इतिहास को भी दर्शाया गया है।
लखनऊ, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंटरनेशनल ट्रेड शो न केवल व्यापार को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि यूपी की संस्कृति से लोगों को भी अवगत करा रहा है। इसके अलावा, यह दुनियाभर से आए दर्शकों और व्यापारियों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक भी कर रहा है।
ट्रेड शो क्षेत्र के हॉल नंबर-7 में स्थापित जल जीवन मिशन की स्वच्छ सुजल गांव प्रदर्शनी में दर्शक एक ओर नए बुंदेलखंड और पुराने बुंदेलखंड की कहानी देखकर प्रभावित हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जल संरक्षण के महत्व को भी समझ रहे हैं। प्रदर्शनी में बताया जा रहा है कि कैसे जल की हर बूंद जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और किस प्रकार छोटे-छोटे उपायों से जल संरक्षण किया जा सकता है।
प्रदर्शनी में आने वाले स्कूली बच्चों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई जा रही है। लगभग 496 वर्ग मीटर में फैली इस प्रदर्शनी में नए और पुराने बुंदेलखंड के साथ-साथ एक फोटो गैलरी भी दर्शकों को आकर्षित कर रही है। इस फोटो गैलरी के माध्यम से लोग जल जीवन मिशन की सफलता को देख रहे हैं और समझ रहे हैं कि कैसे नल कनेक्शन हर ग्रामीण घर तक पहुंच रहा है। इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि कैसे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।
स्वच्छ सुजल गांव प्रदर्शनी में मौजूद सेल्फी प्वाइंट और गेमिंग जोन युवा दर्शकों को खूब लुभा रहे हैं। खेल के माध्यम से भी युवाओं को जल संरक्षण के महत्व को समझाया जा रहा है। इसके अलावा, नोएडा जैसे शहरों में रहने वाले बच्चे और युवा सेल्फी प्वाइंट पर तस्वीरें खींचकर ग्रामीण परिवेश से परिचित हो रहे हैं।
प्रदर्शनी में आई रीना, जो महोबा की रहने वाली हैं, ने बताया कि वो लंबे समय से नोएडा में रहती हैं। जल जीवन मिशन से उनके गांव में आए बदलाव की कहानी प्रदर्शनी में देखकर उन्हें खुशी हो रही है। वहीं, दिल्ली निवासी शालू ने बताया कि उन्होंने बुंदेलखंड में पानी लाने की कहानी सुनी थी, लेकिन नए और पुराने बुंदेलखंड का प्रोटोटाइप देखकर उन्हें यह समझ में आ रहा है कि कैसे जल जीवन मिशन ने ग्रामीण परिवेश को बदल दिया है। शुक्रवार को स्वच्छ सुजल गांव प्रदर्शनी में बुंदेलखंडी गानों पर कलाकारों ने प्रस्तुति दी, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक आए।