क्या सीएम योगी ने प्रदेश के 14 जिला अस्पतालों के आधुनिकीकरण को मंजूरी दी है?
सारांश
Key Takeaways
- 14 जिला अस्पतालों के आधुनिकीकरण के लिए 9.80 करोड़ रुपए की स्वीकृति।
- ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण।
- आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की स्थापना।
- बड़े शहरों पर मरीजों का दबाव कम होगा।
- डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास।
लखनऊ, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस पहल के तहत, प्रदेश के 14 सरकारी अस्पतालों में आधुनिक चिकित्सा उपकरण स्थापित करने के लिए 9.80 करोड़ रुपए की राशि को स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री की इस पहल का मुख्य उद्देश्य उन जिलों पर ध्यान केंद्रित करना है, जहां आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं और डायग्नोस्टिक उपकरणों की कमी है। इससे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के मरीजों को लाभ मिलेगा, जिससे उन्हें अपने जिले में सस्ता, आधुनिक और त्वरित इलाज संभव हो सकेगा। इस प्रयास से बड़े शहरों के सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों पर मरीजों का दबाव भी कम होगा।
मुख्यमंत्री ने उन 14 जिलों के लिए 9.8 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है, जहां आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। इस स्वीकृत राशि में से 2.70 करोड़ रुपए का आवंटन रामसागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय, साढ़ामऊ बीकेटी के लिए, 1.52 करोड़ रुपए जिला महिला चिकित्सालय, बलरामपुर को, 1.56 करोड़ रुपए जिला चिकित्सालय रायबरेली को, और अन्य अस्पतालों को भी राशि आवंटित की गई है। ये धनराशि विशेष रूप से स्वास्थ्य संबंधित उपकरणों, अत्याधुनिक जांच मशीनों और आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में खर्च की जाएगी।
इस निवेश का सबसे बड़ा लाभ स्थानीय स्तर पर देखने को मिलेगा। जिला अस्पतालों में अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक उपकरणों की स्थापना से जांच का समय घटेगा, और मरीजों को सस्ता एवं त्वरित इलाज प्राप्त होगा। सीटी स्कैन, एक्स-रे और अन्य उन्नत मशीनों से गंभीर मामलों का तत्काल निदान संभव हो सकेगा। यह डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
यह कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विकसित यूपी-2047 के विजन की व्यापक स्वास्थ्य नीति का हिस्सा है, जिसके तहत सरकार का लक्ष्य यूपी के हर जिले में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास करना है।