क्या वाराणसी में 18 जुलाई से नशे के खिलाफ युवा आध्यात्मिक समिट की शुरुआत हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- युवाओं को नशा मुक्ति के लिए सशक्त बनाना।
- आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देना।
- नशा मुक्ति के लिए सामूहिक रणनीति तैयार करना।
- समाज में सकारात्मक बदलाव लाना।
- उचित नैतिकता और आत्म-नियंत्रण को प्रोत्साहित करना।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में युवाओं को नशे के खिलाफ सशक्त बनाने के उद्देश्य से ‘युवा आध्यात्मिक समिट’ का आयोजन होने जा रहा है। युवा कार्य मंत्रालय की ओर से 18 से 20 जुलाई तक वाराणसी में एक तीन दिवसीय युवा आध्यात्मिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसका लक्ष्य है एक नशामुक्त भारत के लिए युवाओं को प्रेरित करना।
शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य युवाओं के नेतृत्व में नशा मुक्ति के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय रणनीति तैयार करना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि नशे के खिलाफ युवा एकजुट होंगे। काशी, जो बाबा विश्वनाथ की धरती है, से नशा मुक्ति का यह अभियान आरंभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में यह समिट आयोजित की जा रही है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इस अभियान के बारे में एक लगभग 4 मिनट का वीडियो साझा किया। वीडियो में पीएम मोदी का वह संदेश भी शामिल है, जिसमें उन्होंने युवाओं को नशे के घातक परिणामों के बारे में बताया है। पीएम मोदी ने कहा कि नशा एक ऐसी लत है, जिसका समय रहते उपचार न किया गया तो यह व्यक्ति के जीवन को बर्बाद कर देती है। इससे समाज और देश को बड़ा नुकसान होता है, इसलिए राष्ट्रव्यापी नशा मुक्ति अभियान की शुरुआत की गई थी।
यह युवा आध्यात्मिक समिट वाराणसी स्थित रुद्राक्ष इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाएगी। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम नशा मुक्ति के क्षेत्र में युवाओं को एक नई दिशा प्रदान करेगा।
इस समिट में 100 आध्यात्मिक केंद्रों के लोग शामिल होंगे, जहां नशा मुक्ति के अभियान को बढ़ावा देने के लिए साझा कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी। आध्यात्मिक मूल्यों को बढ़ावा देकर युवाओं में नैतिकता, आत्म-नियंत्रण और सकारात्मक जीवनशैली को प्रोत्साहित किया जाएगा। 100 से अधिक आध्यात्मिक संगठनों के साथ मिलकर नशा मुक्ति के लिए एक समन्वित रणनीति विकसित की जाएगी। युवाओं को इस अभियान का नेतृत्व करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि वे सामाजिक परिवर्तन के वाहक बन सकें।
18 जुलाई को कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का पंजीकरण पूरा किया जाएगा। दूसरे दिन, विभिन्न सत्रों में नशे के खिलाफ युवाओं को कई संगठनों द्वारा संबोधित किया जाएगा। 20 जुलाई को संडे ऑन साइकिल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।