क्या 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के पुरस्कार घोषित हुए?

सारांश
Key Takeaways
- युवा लेखकों को प्रोत्साहित करना इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य है।
- साहित्य अमृत का 31वां वर्ष विशेषांक में पुरस्कृत कहानियाँ प्रकाशित होंगी।
- प्रतियोगिता में 400 से अधिक प्रविष्टियाँ आईं।
- पुरस्कार वितरण समारोह अगस्त में आयोजित होगा।
- पुरस्कार राशि में 31,000, 21,000, और 11,000 रुपए शामिल हैं।
नई दिल्ली, 15 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। क्या आपने सुना है, 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के पुरस्कारों की घोषणा अब हो चुकी है! राष्ट्रीय राजधानी में स्थित 'साहित्य अमृत' कार्यालय में निर्णायक मंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई।
इस बैठक में निर्णायक मंडल के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, राजकुमार गौतम, और अलका सिन्हा के साथ पत्रिका के संपादक लक्ष्मीशंकर वाजपेयी और संयुक्त संपादक डॉ. हेमंत कुकरेती ने भी भाग लिया।
पत्रिका के प्रकाशन के तीस वर्ष पूरे होने के अवसर पर युवा लेखकों को प्रोत्साहित करने के लिए 40 वर्ष तक के युवा हिंदी कहानीकारों से 'युवा हिंदी कहानी प्रतियोगिता' के लिए न्यूनतम 1,000 शब्दों की मौलिक, अप्रकाशित या टंकित कहानियाँ आमंत्रित की गई थीं।
इस प्रतियोगिता का आयोजन पहली बार 2015 में किया गया था।
इस वर्ष भारत भर से 400 से अधिक प्रविष्टियों में से मध्य प्रदेश के हरदा के सागर करोड़े की कहानी 'जमीन और आसमान' को 31,000 रुपए का प्रथम पुरस्कार, राजस्थान के जालोर के खुशाल सिंह की कहानी 'चिड़िया' को 21,000 रुपए का द्वितीय पुरस्कार, तथा पाली (राजस्थान) के विनोद कुमार दवे की कहानी 'जीमण' को 11,000 रुपए का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके साथ ही वाराणसी (उत्तर प्रदेश) के शिवम सिंह की कहानी 'सहजोग', चुरू (राजस्थान) की सुमन पारीख की कहानी 'बुली की मुहब्बत', दिल्ली के वैभव पी. सुमित्रा की कहानी 'नया संकल्प', मधुबनी (बिहार) के रवि कुमार झा की कहानी 'केवलपुर का सूरज', और बेंगलुरु के कामासंद्रा के ऐश्वर्य मिश्रा की कहानी 'झेलम' को 5,100 रुपए के प्रोत्साहन पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई।
पुरस्कार वितरण समारोह अगस्त में आयोजित किया जाएगा। पुरस्कृत कहानियाँ और कुछ अन्य श्रेष्ठ चयनित कहानियाँ 'साहित्य अमृत' के अगस्त में 31वें वर्ष में प्रवेश करने के अवसर पर 'कहानी विशेषांक' में प्रकाशित की जाएंगी।