क्या भारत के कमर्शियल और आवासीय रियल एस्टेट बाजार में 2025 की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन हो रहा है?

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क्या भारत के कमर्शियल और आवासीय रियल एस्टेट बाजार में 2025 की पहली छमाही में मजबूत प्रदर्शन हो रहा है?

सारांश

भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र में 2025 की पहली छमाही में निजी इक्विटी निवेश की वृद्धि देखने को मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिस सेगमेंट में निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो आर्थिक स्थिरता के संकेत देता है। जानें इस क्षेत्र के भविष्य के संभावित रुझानों के बारे में।

Key Takeaways

  • भारत के ऑफिस रियल एस्टेट में 1.7 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है।
  • 2025 की पहली छमाही में 706 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है।
  • बेंगलुरु और पुणे का 350 मिलियन डॉलर का कैपिटल अब्सोर्प्शन है।
  • निवेशकों ने उच्च-गुणवत्ता वाली ग्रेड-ए परिसंपत्तियों को प्राथमिकता दी है।
  • क्रेडिट इंस्ट्रूमेंट्स पर 60 प्रतिशत निवेश आया है।

मुंबई, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। इस वर्ष की पहली छमाही में भारत के ऑफिस रियल एस्टेट सेक्टर में निजी इक्विटी (पीई) निवेश ने सकारात्मक संकेत दिए हैं।

अप्रैल से जून के बीच, भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में पीई निवेश 12 लेन-देन में 1.7 बिलियन डॉलर रहा।

नाइट फ्रैंक इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आर्थिक दबावों के कारण रियल एस्टेट में कुल पूंजी निवेश में गिरावट आई, लेकिन ऑफिस सेगमेंट ने 2025 की पहली छमाही में तीन लेन-देन में 706 मिलियन डॉलर का निवेश किया, जो कि 2024 की पहली छमाही में 579 मिलियन डॉलर से 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

इस वृद्धि का कारण मुख्य बाजारों में उच्च-गुणवत्ता, ग्रेड-ए परिसंपत्तियों में रणनीतिक आवंटन है।

निवेशकों ने मजबूत नकदी प्रवाह क्षमता वाले बड़े, स्थिर या लगभग स्थिर ऑफिस स्पेस को प्राथमिकता दी, जो अक्सर संयुक्त उद्यमों या रीट-संरेखित प्लेटफार्मों के माध्यम से होते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 की पहली छमाही में तैयार और निर्माणाधीन परिसंपत्तियों में निवेश के बीच विभाजन लगभग समान था, लगभग 50 प्रतिशत प्रत्येक।

नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, "भारत का कमर्शियल रियल एस्टेट बाजार मजबूत बुनियादी बातों को प्रदर्शित कर रहा है, जो ऑफिस में लौटने, बढ़ते अब्सोर्प्शन लेवल और मजबूत किराये के मूल्यों द्वारा संचालित है।"

आवासीय क्षेत्र में भी सालाना आधार पर वृद्धि देखी गई है, और खुदरा खपत स्थिर बनी हुई है, जो समग्र आर्थिक गति के समर्थन में है।

उन्होंने कहा, "इन कारकों ने निवेशकों को भारतीय बाजार पर दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया है। जैसे-जैसे पश्चिम में आर्थिक स्थितियां बेहतर होती हैं, हम उम्मीद करते हैं कि वैश्विक पूंजी प्रवाह भारतीय रियल एस्टेट में वापस आएगा, जिसे देश की निरंतर वृद्धि और नियामक स्पष्टता में सुधार से समर्थन मिलेगा।"

रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में एक प्रमुख प्रवृत्ति क्रेडिट इंस्ट्रूमेंट्स पर वापसी थी। निवेश किए गए 500 मिलियन डॉलर का 60 प्रतिशत ऋण संरचनाओं के माध्यम से आया, जबकि पिछले वर्ष यह 40 प्रतिशत था।

बेंगलुरु और पुणे कैपिटल अब्सोर्प्शन पर हावी रहे, जो कुल प्रवाह का लगभग 350 मिलियन डॉलर था।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत का रियल एस्टेट बाजार अद्वितीय संभावनाओं से भरा है। निवेशकों का बढ़ता आत्मविश्वास और आर्थिक स्थिरता इस क्षेत्र में दीर्घकालिक विकास की दिशा में संकेत देती है।
NationPress
05/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश का वर्तमान स्थिति क्या है?
भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश में वृद्धि हो रही है, विशेष रूप से ऑफिस सेगमेंट में।
क्या बेंगलुरु और पुणे में रियल एस्टेट का प्रदर्शन अच्छा है?
हाँ, बेंगलुरु और पुणे में कैपिटल अब्सोर्प्शन में वृद्धि हुई है।
क्या 2025 में रियल एस्टेट में और निवेश की उम्मीद है?
जी हाँ, उम्मीद है कि वैश्विक पूंजी प्रवाह भारतीय रियल एस्टेट में वापस आएगा।