क्या भारत में हर पांच में एक आईफोन मैन्युफैक्चर हो रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत में आईफोन का उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है।
- घरेलू बिक्री 9 अरब डॉलर
- कंपनी की ग्लोबल प्रोडक्शन वैल्यू में 12 प्रतिशत योगदान।
- हाई-एंड मॉडल का उत्पादन शुरू।
- स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग से कस्टम ड्यूटी बचत।
नई दिल्ली, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दुनिया में बनने वाला हर पांच में एक आईफोन अब भारत में मैन्युफैक्चर किया जा रहा है। इसके साथ ही, कंपनी की ग्लोबल प्रोडक्शन वैल्यू में भारत का योगदान अब 12 प्रतिशत तक पहुँच गया है। यह जानकारी एप्पल की फाइलिंग से प्राप्त हुई है।
फाइलिंग में बताया गया है कि एप्पल की भारतीय इकाई (एप्पल इंडिया) की घरेलू बिक्री वित्त वर्ष 25 में बढ़कर 9 अरब डॉलर हो गई है।
विश्लेषकों के अनुसार, एप्पल की कुल वैश्विक आय 416.1 अरब डॉलर है, जिसमें भारत की हिस्सेदारी लगभग 2 प्रतिशत है। हालांकि, आईफोन के उत्पादन में भारत की भूमिका लगातार बढ़ रही है।
कंपनी ने अब भारत में पहली बार हाई-एंड प्रो और प्रो मैक्स मॉडल का उत्पादन शुरू कर दिया है।
फाइलिंग में यह भी बताया गया है कि 2025 में अमेरिकियों ने 178.4 अरब डॉलर के एप्पल उत्पाद खरीदे, जो कि कंपनी की कुल आय का 43 प्रतिशत है। वहीं, भारत से अमेरिका को आईफोन शिपमेंट में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
एप्पल की आय में यूरोप की हिस्सेदारी 26.7 प्रतिशत है, जबकि ग्रेटर चीन 15.4 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।
पिछले दस वर्षों में, एप्पल की भारतीय इकाई की आय लगभग आठ गुना बढ़ी है, जिसमें मुख्य रूप से आईफोन, मैकबुक, आईपैड, एयरपॉड्स और एक्सेसरीज का योगदान है।
वित्त वर्ष 25 में एप्पल के भारत में बने उत्पादों की फ्रेट-ऑन-बोर्ड वैल्यू 22 अरब डॉलर थी, जिसमें से 7.5 अरब डॉलर का निर्यात किया गया।
स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग ने आयातित फोन पर लगने वाली 16 प्रतिशत की कस्टम ड्यूटी को बचाकर कंपनी की घरेलू बिक्री में मदद की है।
कंपनी की अर्निंग्स कॉल में, एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा कि जब रिटेल की बात आती है, तो “हम अपने अब तक के सबसे अच्छे लाइनअप के साथ साल के सबसे बिजी समय में जा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में, हमने इंडिया और यूएई जैसे उभरते बाजारों में नए स्टोर खोले हैं।”