क्या भारत में ऑफिस लीजिंग में इस वर्ष जनवरी-जून अवधि में 40 प्रतिशत की तेजी आई है?

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क्या भारत में ऑफिस लीजिंग में इस वर्ष जनवरी-जून अवधि में 40 प्रतिशत की तेजी आई है?

सारांश

भारत के कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट सेक्टर ने 2025 की पहली छमाही में 40 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। यह रिपोर्ट देश के प्रमुख शहरों में बढ़ती मांग और ऑफिस सप्लाई की स्थिति को दर्शाती है। जानें, किस शहर ने सबसे अधिक वृद्धि की है और बाजार की वर्तमान स्थिति क्या है।

Key Takeaways

  • 2025 की पहली छमाही में 26.8 मिलियन वर्ग फुट नेट ऑफिस लीजिंग हुई।
  • बेंगलुरु और पुणे ने प्रमुख शहरों में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की।
  • नई ऑफिस सप्लाई में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
  • ऑफिस रिक्तियों की दर 16.3 प्रतिशत तक पहुंच गई।
  • औसत ऑफिस किराया 88 रुपए प्रति वर्ग फुट है।

मुंबई, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारत के कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट क्षेत्र ने 2025 की पहली छमाही में अद्भुत प्रगति की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सात प्रमुख शहरों में नेट ऑफिस लीजिंग में वार्षिक आधार पर 40 प्रतिशत की वृद्धि होकर यह 26.8 मिलियन वर्ग फुट तक पहुँच गई है।

बेंगलुरु ने 6.55 मिलियन वर्ग फुट का भंडारण करके बाजार में अपने शीर्ष स्थान को बनाए रखा, जबकि पुणे ने 188 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे तेजी से विकसित होने वाला बाजार बनकर उभरा।

एनारॉक ग्रुप के कमर्शियल लीजिंग एंड एडवाइजरी- एमडी पीयूष जैन ने कहा, "नई ऑफिस सप्लाई में 25 प्रतिशत की वृद्धि होकर यह 24.51 मिलियन वर्ग फुट हो गई, जिससे बाजार में संतुलित स्थिति बनी। रिक्तियों की दर थोड़ी बढ़कर 16.3 प्रतिशत हो गई, और औसत किराया 4 प्रतिशत बढ़कर 88 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति माह हो गया। आईटी-आईटीईएस क्षेत्र ने 29 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहा, जबकि को-वर्किंग स्पेस ने 22 प्रतिशत हिस्सेदारी प्राप्त की।"

ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के विस्तार और निरंतर कॉर्पोरेट विश्वास से बाजार की बुनियादी बातें मजबूत बनी हुई हैं, जिससे यह क्षेत्र 2025 तक निरंतर विकास की स्थिति में है।

जीसीसी ने 2025 की पहली छमाही में ऑफिस की मांग को बढ़ावा दिया, जिसमें बेंगलुरु में 5.45 मिलियन वर्ग फुट, एनसीआर में 2.81 मिलियन वर्ग फुट, पुणे में 2.77 मिलियन वर्ग फुट, चेन्नई में 0.95 मिलियन वर्ग फुट और हैदराबाद में 1.93 मिलियन वर्ग फुट लीज पर दिए गए।

बेंगलुरु ने 64 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे आगे रहा, जबकि पुणे में ऑफिस अब्सॉर्प्शन में 188 प्रतिशत और नई सप्लाई में 533 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि नई ऑफिस सप्लाई के मामले में, 2025 की पहली छमाही में 24.51 मिलियन वर्ग फुट की सप्लाई हुई, जो पिछले वर्ष के 19.65 मिलियन वर्ग फुट की तुलना में 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

2025 की पहली छमाही में औसत ऑफिस किराया 88 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति माह था, जो 4 प्रतिशत की स्थिर वृद्धि को दर्शाता है और मजबूत मांग के बावजूद स्थिर मूल्य निर्धारण का संकेत देता है।

भारत के शीर्ष शहरों में मजबूत मांग के बीच किराए में 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ऑफिस रिक्तियां घटकर 16.3 प्रतिशत रह गई। टेक सेक्टर ने लीजिंग शेयर में 29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारत का कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ रहा है। ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर और टेक सेक्टर में बढ़ती मांग से यह स्पष्ट है कि यह क्षेत्र 2025 तक निरंतर विकास की ओर अग्रसर है।
NationPress
27/11/2025

Frequently Asked Questions

भारत में ऑफिस लीजिंग में वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
भारत में ऑफिस लीजिंग में वृद्धि का मुख्य कारण ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर का विस्तार और टेक सेक्टर की बढ़ती मांग है।
बेंगलुरु और पुणे में ऑफिस लीजिंग में कितनी वृद्धि हुई है?
बेंगलुरु में 64 प्रतिशत और पुणे में 188 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
2025 की पहली छमाही में औसत ऑफिस किराया क्या था?
2025 की पहली छमाही में औसत ऑफिस किराया 88 रुपए प्रति वर्ग फुट प्रति माह था।
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