क्या भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन मजबूत निर्यात और घरेलू सुधार के कारण शानदार है?

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क्या भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन मजबूत निर्यात और घरेलू सुधार के कारण शानदार है?

सारांश

भारत की ऑटोमोबाइल उद्योग ने अगस्त में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। रिपोर्ट के अनुसार, टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन निर्यात और त्योहारी सीजन की मांग के कारण अच्छा रहा है। जानें कैसे यह उद्योग आगे बढ़ रहा है।

Key Takeaways

  • भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट में 54.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • ग्रामीण मांग बढ़ने से कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में 8.0 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले टू-व्हीलर पर कर में कटौती की योजना बनाई है।

नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की ऑटोमोबाइल उद्योग ने अगस्त में खुदरा बिक्री में सालाना आधार पर 2.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जिसमें टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन भी प्रभावित रहा। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में साझा की गई।

चॉइस इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, टू-व्हीलर निर्माताओं ने मुख्य रूप से निर्यात और त्योहारी सीजन में डीलरों द्वारा स्टॉक बढ़ाने के कारण बिक्री में 2.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

एसयूवी सेगमेंट की बढ़ती मांग के चलते पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में 0.8 प्रतिशत का मामूली सुधार हुआ।

उपभोक्ताओं के इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ते रुख के कारण थ्री-व्हीलर की बिक्री में सालाना आधार पर 2.3 प्रतिशत की गिरावट आई।

आयशर मोटर्स ने सालाना आधार पर टू-व्हीलर की बिक्री में 54.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि टीवीएस मोटर ने प्रीमियम मोटरसाइकिलों की मजबूत मांग के कारण 30.1 प्रतिशत की वृद्धि की।

ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार के चलते हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री में 8.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि बजाज ऑटो में 5.0 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जिसे 28.6 प्रतिशत की वृद्धि का समर्थन प्राप्त था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू बाजार में पीवी सेगमेंट की बिक्री धीमी रही क्योंकि डीलरों ने जीएसटी दरों में बदलाव की आशंका में कम स्टॉक रखा। इस सेगमेंट में सीएनजी की पहुंच भी बढ़ी है।

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने घरेलू शिपमेंट में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।

मारुति सुजुकी में 0.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, लेकिन मजबूत निर्यात से इसे समर्थन मिला।

रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण मांग के कारण कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में 8.0 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि ट्रैक्टरों की बिक्री में 29.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अशोक लेलैंड के नेतृत्व में सीवी इन्वेंट्री में गिरावट देखी गई।

केंद्र द्वारा दिवाली से पहले एंट्री लेवल पैसेंजर व्हीकल और टू-व्हीलर पर कर को घटाकर 18 प्रतिशत करने की भी उम्मीद है, जिससे वे अधिक किफायती हो जाएंगे।

वर्तमान में, कम्बशन इंजन पर आधारित सभी पैसेंजर व्हीकल पर 28 प्रतिशत जीएसटी और इंजन क्षमता, लंबाई और बॉडी प्रकार के आधार पर 1 प्रतिशत से 22 प्रतिशत तक का क्षतिपूर्ति उपकर लागू होता है।

Point of View

यह कहना सही होगा कि भारत के टू-व्हीलर सेगमेंट का प्रदर्शन निर्यात और घरेलू सुधार के चलते लगातार मजबूत हो रहा है। यह न केवल आर्थिक विकास को दर्शाता है बल्कि रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि कर रहा है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

भारत में टू-व्हीलर सेगमेंट की बिक्री में वृद्धि का कारण क्या है?
टू-व्हीलर सेगमेंट की बिक्री में वृद्धि का मुख्य कारण निर्यात और त्योहारी सीजन में डीलरों द्वारा स्टॉक बढ़ाना है।
क्या ग्रामीण क्षेत्रों में टू-व्हीलर की बिक्री बढ़ी है?
हाँ, ग्रामीण क्षेत्रों में सुधार के कारण कई कंपनियों की बिक्री में वृद्धि हुई है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा की बिक्री में कमी का क्या कारण है?
महिंद्रा एंड महिंद्रा की घरेलू शिपमेंट में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।