क्या एविएशन इंडस्ट्री एम्प्लॉईज बॉडी ने एयर इंडिया के केबिन क्रू मेंबर्स की बर्खास्तगी को लेकर सीबीआई जांच की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- एयर इंडिया ने दो केबिन क्रू मेंबर्स को बर्खास्त किया।
- जॉर्ज अब्राहम ने सीबीआई जांच की मांग की।
- तकनीकी खराबी की जानकारी देने पर कर्मचारियों पर दबाव था।
- सरकार ने अनौपचारिक जांच का आश्वासन दिया है।
- मामला एविएशन सेक्टर की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया द्वारा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में तकनीकी खराबी उजागर करने वाले दो केबिन क्रू मेंबर्स की बर्खास्तगी के संबंध में एविएशन इंडस्ट्री एम्प्लॉईज गिल्ड के महासचिव जॉर्ज अब्राहम ने शुक्रवार को सीबीआई जांच की मांग की।
जॉर्ज अब्राहम ने कहा कि इस मामले में सीबीआई जांच आवश्यक है, क्योंकि तकनीकी खराबी की जानकारी देने पर बयान बदलने का दबाव डालकर बर्खास्त करना एक गंभीर मुद्दा है। इससे एविएशन सेक्टर की सुरक्षा को खतरा होता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है।
अब्राहम ने राष्ट्र प्रेस को बताया कि 14 मई, 2024 को मुंबई से लंदन की एयर इंडिया की उड़ान के लंदन पहुंचने के बाद विमान के दरवाजे में तकनीकी खराबी के कारण मैनुअल मोड में ही स्लाइड राफ्ट खुल गया था।
उन्होंने कहा कि स्लाइड राफ्ट केवल तब ही सक्रिय होते हैं जब विमान ऑटोमेटिक मोड में हो। पायलट और केबिन क्रू ने भी शुरुआती बयानों में तकनीकी खराबी को स्वीकार किया था, लेकिन बाद में एयरलाइन के प्रबंधन के दबाव में बयान बदल दिए गए।
अब्राहम ने बताया कि तकनीकी खराबी को दबाने के लिए एयर इंडिया के प्रबंधन ने इन कर्मचारियों पर बयान बदलने का दबाव डाला और इसी कारण इन दोनों क्रू को बर्खास्त किया गया।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए इन दोनों क्रू ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से शिकायत की, जिसने उन्हें दिल्ली बुलाकर पूरे मामले की सुनवाई की और 'अनौपचारिक जांच' कराने का आश्वासन दिया। हालांकि, आठ महीने बीत चुके हैं, लेकिन जांच का कोई परिणाम नहीं आया है।
इब्राहिम के अनुसार, अहमदाबाद विमान हादसे के बाद से इस मुद्दे पर गहन ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए हमने इसे पुनः उठाया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। हमें उम्मीद है कि जांच प्रक्रिया में तेजी आएगी।