क्या वित्त मंत्री ने गिफ्ट सिटी में फॉरेन करेंसी सेटलमेंट सिस्टम का अनावरण किया?

सारांश
Key Takeaways
- गिफ्ट सिटी में एफसीएसएस का अनावरण किया गया।
- यह प्रणाली रियल-टाइम लेनदेन की सुविधा प्रदान करेगी।
- भारत फिनटेक कंपनियों में तीसरे स्थान पर है।
- गिफ्ट आईएफएससी अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्रों में शामिल हुआ है।
- इससे तरलता प्रबंधन में सुधार होगा।
मुंबई, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। देश में अंतरराष्ट्रीय व्यापार, निवेश और व्यापार में आसानी को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को गिफ्ट सिटी में फॉरेन करेंसी सेटलमेंट सिस्टम (एफसीएसएस) का अनावरण किया।
'ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025' में लोगों को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि फॉरेन करेंसी सेटलमेंट सिस्टम से रियल-टाइम आधार पर निर्बाध लेनदेन की सुविधा प्रदान करने की समस्या का समाधान होगा, जिससे तरलता में वृद्धि भी होगी।
उन्होंने आगे बताया कि एफसीएसएस अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के केंद्र (आईएफएससी) के तहत एक भुगतान प्रणाली होगी, जो रियल-टाइम में विदेशी मुद्रा में लेनदेन निपटाने के लिए डिज़ाइन की गई है।
वित्त मंत्री के अनुसार, "इससे गिफ्ट आईएफएससी उन चुनिंदा वित्तीय केंद्रों में शामिल हो गया है जिनमें हांगकांग, टोक्यो, मनीला आदि शामिल हैं, जिनके पास स्थानीय स्तर पर विदेशी मुद्रा लेनदेन निपटाने का इन्फ्रास्ट्रक्चर है।"
कंपनियों और आईएफएससी द्वारा विदेशी मुद्रा में किए जाने वाले लेनदेन वर्तमान में बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से निपटाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रतिभागियों और कई बैंकों के माध्यम से होता है। हालांकि, इस समय ऐसे लेनदेन को रियल टाइम आधार पर नहीं निपटाया जाता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि एफसीएसएस आईएफएससी के भीतर विदेशी मुद्रा लेनदेन के निर्बाध और कुशल निपटान की सुविधा 36-48 घंटों में नहीं बल्कि रियल टाइम आधार पर प्रदान करता है, जिससे तरलता प्रबंधन और परिचालन में लचीलापन बढ़ता है, और पीएसएस अधिनियम के तहत नियामक निरीक्षण का अनुपालन सुनिश्चित होता है।
भारत अब फिनटेक कंपनियों की संख्या के मामले में दुनिया में तीसरे स्थान पर है और डिजिटल भुगतान की मात्रा में भी अग्रणी है, जहां 2024-25 में 261 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 18,580 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन हुए थे।
गुजरात अंतरराष्ट्रीय वित्त टेक-सिटी, जिसे गिफ्ट सिटी भी कहा जाता है। यह गुजरात के गांधीनगर में एक केंद्रीय व्यावसायिक जिला है।