क्या म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या अगस्त में 24.89 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई?

सारांश
Key Takeaways
- अगस्त में म्यूचुअल फंड फोलियो की संख्या 24.89 करोड़ पहुंची।
- फोलियो संख्या में वृद्धि 1.3 प्रतिशत रही।
- इक्विटी योजनाओं में 17.32 करोड़ फोलियो का हिस्सा।
- एसआईपी में निवेश 28,265 करोड़ रुपए रहा।
- निवेशकों की भागीदारी में वृद्धि हुई है।
मुंबई, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) । म्यूचुअल फंड फोलियो की कुल संख्या अगस्त में बढ़कर 24.89 करोड़ के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई है, जो कि इससे पिछले महीने जुलाई से 1.3 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
वित्त वर्ष 25 के पहले पांच महीनों की तुलना में वृद्धि दर धीमी रही है, जब फोलियो की संख्या लगभग 14 प्रतिशत बढ़कर 16.99 करोड़ से 19.4 करोड़ हो गई थी।
ये आंकड़े व्यक्तिगत निवेशकों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, क्योंकि एक निवेशक विभिन्न योजनाओं में कई फोलियो रख सकता है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के अगस्त के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी योजनाओं में सबसे बड़ा हिस्सा 17.32 करोड़ फोलियो का था।
विश्लेषकों ने कहा कि न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) एक्टिविटी में कमी, निवेशकों की सतर्क धारणा और फोलियो कंसोलिडेशन के कारण फोलियो संख्या में वृद्धि धीमी रही। अगस्त में 23 योजनाएं लॉन्च हुईं, जिनमें निवेशकों से 2,859 करोड़ रुपए जुटाए गए।
आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले यूनिट परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) होल्डर्स की संख्या मार्च 2020 के 2.1 करोड़ से दोगुनी होकर मार्च 2024 में 4.5 करोड़ हो गई है, जिससे निवेशकों की भागीदारी में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
इसके अलावा, वित्त वर्ष 26 में अप्रैल से अगस्त तक फोलियो की संख्या में वृद्धि धीमी होकर 5 प्रतिशत रह गई, जो वित्त वर्ष 25 की इसी अवधि में 13.8 प्रतिशत थी।
डेट स्कीम फोलियो की संख्या अगस्त में बढ़कर 76 लाख हो गई, जो अप्रैल के 70 लाख से बढ़कर पिछले साल की इसी अवधि में मामूली गिरावट से उबरकर हुई है।
हाइब्रिड स्कीम में फोलियो की संख्या मई में बढ़कर 1.68 करोड़ हो गई, जो अप्रैल के 1.58 करोड़ से बढ़कर पिछले साल की तुलना में थोड़ी अधिक है।
ईटीएफ, इंडेक्स फंड और पैसिव फंड सहित अन्य श्रेणी में अगस्त में 4.46 करोड़ फोलियो हो गए, जो अप्रैल के 4.19 करोड़ और अगस्त 2024 के 3.47 करोड़ से शानदार वृद्धि है।
इक्विटी-उन्मुख म्यूचुअल फंड ने अगस्त में 33,430 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश दर्ज किया, जिसके साथ लगातार 54 महीनों से सकारात्मक निवेश का सिलसिला जारी रहा।
अगस्त में एसआईपी में निवेश 28,265 करोड़ रुपए रहा, जो जुलाई के 28,464 करोड़ रुपए से थोड़ा कम है।