क्या भारत की आठ मुख्य इंडस्ट्रीज की विकास दर जुलाई में 2 प्रतिशत रही?

सारांश
Key Takeaways
- भारत की आठ मुख्य इंडस्ट्रीज की विकास दर 2 प्रतिशत रही।
- स्टील उत्पादन में 12.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
- सीमेंट उत्पादन जुलाई में 11.7 प्रतिशत बढ़ा।
- फर्टिलाइजर उत्पादन में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
- कोयला उत्पादन में 12.3 प्रतिशत की कमी आई।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भारत की आठ मुख्य इंडस्ट्रीज के संयुक्त सूचकांक की विकास दर जुलाई में सालाना आधार पर 2 प्रतिशत रही है।
आधिकारिक बयान में उल्लेख किया गया है कि स्टील, सीमेंट, फर्टिलाइजर और इलेक्ट्रिसिटी की विकास दर जुलाई में सकारात्मक बनी रही है।
इन आठ मुख्य इंडस्ट्रीज का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में हिस्सा 40.27 प्रतिशत है, जो देश की कुल औद्योगिक वृद्धि दर का एक महत्वपूर्ण सूचकांक है।
जून के लिए इन आठ इंडस्ट्रीज की अंतिम विकास दर 2.2 प्रतिशत रही। वहीं, अप्रैल से लेकर जुलाई तक की अवधि में यह आंकड़ा सालाना आधार पर 1.6 प्रतिशत रहा।
सूचकांक में 17.92 प्रतिशत भार वाले स्टील उत्पादन ने जुलाई में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 12.8 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्शाई, जो सरकार द्वारा समर्थित बड़े बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की बढ़ती मांग के कारण संभव हुआ। अप्रैल से जुलाई, 2025-26 के दौरान स्टील का संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.5 प्रतिशत बढ़ा है।
बड़े बुनियादी ढांचे और निर्माण परियोजनाओं में मांग वृद्धि के कारण सीमेंट उत्पादन में भी जुलाई में 11.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल से जुलाई की अवधि के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.9 प्रतिशत बढ़ा है।
अच्छे मानसून के चलते खरीफ बुवाई के मौसम में तेजी आने से जुलाई में फर्टिलाइजर उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
इस महीने के दौरान बिजली उत्पादन में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लेकिन भारी मानसून के कारण कोयला उत्पादन में 12.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
इसी प्रकार, जुलाई में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में क्रमशः 1.3 प्रतिशत और 3.2 प्रतिशत कम रहा। पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में भी इस महीने 1 प्रतिशत की कमी आई।