क्या अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 18 लाख से अधिक विजिटर्स पहुंचे?
सारांश
Key Takeaways
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 18 लाख से अधिक विजिटर्स की भागीदारी।
- राजस्थान ने पार्टनर स्टेट श्रेणी में गोल्ड मेडल जीते।
- फोकस स्टेट श्रेणी में झारखंड को गोल्ड मेडल मिला।
- राज्यों की थीमैटिक प्रेजेंटेशन में मेघालय ने गोल्ड मेडल जीता।
- आगामी संस्करणों के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का 44वां संस्करण पुरस्कार वितरण समारोह के साथ समाप्त हुआ। इस 14 दिवसीय आयोजन में 18 लाख से अधिक विजिटर्स ने भाग लिया।
इस मेले में आईटीपीओ के प्रबंध निदेशक डॉ. नीरज खरवाल ने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए आईआईटीएफ-2025 पुरस्कार बांटे।
पार्टनर स्टेट श्रेणी में राजस्थान को गोल्ड मेडल मिला, जबकि बिहार को सिल्वर मेडल और उत्तर प्रदेश को ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया। महाराष्ट्र को विशेष प्रशंसा पत्र मिला। झारखंड ने फोकस स्टेट श्रेणी में गोल्ड मेडल जीता।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की श्रेणी में ओडिशा को गोल्ड मेडल, मध्य प्रदेश को सिल्वर मेडल और पुडुचेरी को ब्रॉन्ज मेडल प्रदान किया गया। दिल्ली, गोवा और कर्नाटक को प्रशस्ति पत्र दिए गए।
राज्यों की श्रेणी में थीमैटिक प्रेजेंटेशन में मेघालय को गोल्ड मेडल, केरल को सिल्वर मेडल और आंध्र प्रदेश को ब्रॉन्ज मेडल से नवाजा गया। छत्तीसगढ़, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा को भी प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए गए।
मंत्रालयों एवं सरकारी विभागों की श्रेणी में रक्षा मंत्रालय को गोल्ड मेडल, खान मंत्रालय को सिल्वर मेडल और रेल मंत्रालय को ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुआ। आयुष मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय (सरस आजीविका मेला) को विशेष प्रशंसा पत्र दिए गए।
सशक्त भारत (मंत्रालय एवं सरकारी विभाग) श्रेणी में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय को गोल्ड मेडल, एमएसएमई मंत्रालय को सिल्वर मेडल और एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड को ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुआ। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, कोल इंडिया लिमिटेड और नेफेड को विशेष प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।
डॉ. नीरज खरवाल ने कहा कि इस 14 दिवसीय मेले में विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में भागीदारी देखी गई। उन्होंने बताया कि पूरे आयोजन में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की थीम स्पष्ट रूप से दिखाई दी। इसमें नवोन्मेषी तकनीक और पर्यावरण अनुकूल पहल से लेकर कृषि नवाचारों का प्रदर्शन हुआ, जो भारत की आत्मनिर्भरता और विशाल क्षमताओं को दर्शाता है। उन्होंने आगामी संस्करणों को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए।