क्या 6 वर्षीय जोया खान ने 'नानचाकू चैंपियनशिप' में गोल्ड जीता?
सारांश
Key Takeaways
- जोया खान ने हरियाणा स्टेट नानचाकू चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
- जोया ने नेशनल चैंपियनशिप के लिए भी चयनित किया गया है।
- उनके पिता ने बेटियों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया।
- जोया की प्रेरणा उनके कोच हैं।
- उनकी सफलता ने पूरे गांव को गर्व महसूस कराया है।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुरुग्राम के गैरतपुर बास गांव की 6 वर्षीय जोया खान ने हरियाणा स्टेट नानचाकू चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही, जोया नेशनल नानचाकू चैंपियनशिप के लिए भी चुनी गई हैं।
हरियाणा स्टेट नानचाकू चैंपियनशिप में पूरे राज्य के लगभग 250 बच्चों ने भाग लिया, जिनमें 6 वर्ष आयु वर्ग में जोया ने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल जीता।
नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन कानपुर में 30 जनवरी से 1 फरवरी के बीच होगा, जहां जोया अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखना चाहेंगी।
जोया के पिता जमील खान ने बताया कि जोया के अलावा, उनकी 12 वर्षीय बेटी जिया ने जूडो कराटे में ब्लैक बेल्ट प्राप्त की है और उन्हें विश्व के ग्रैंड मास्टर मिस्टर थॉमस वेबर से भी सम्मानित किया जा चुका है।
मेवात के मूल निवासी जमील खान ने अपनी दोनों बेटियों की इस उपलब्धि पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "मैं बहुत खुश हूं। मैं चाहता हूं कि मेरी दोनों बेटियां देश का नाम रोशन करें। सरकार भी खेलों को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए हम सरकार का धन्यवाद करते हैं।"
गोल्ड मेडल जीतने के बाद जोया खान ने कहा, "मैंने हरियाणा स्टेट नानचाकू चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। मैंने 28 दिसंबर को प्रतियोगिता में पदक अपने नाम किया। मुझे यह टूर्नामेंट खेलकर बहुत अच्छा लगा। मैं भविष्य में भी इस खेल में मेडल जीतना चाहती हूं। मैंने नरेश आर्य और करण राठी से कोचिंग ली है।"
जमील खान ने जोया की सफलता का श्रेय कोच नरेश आर्य और करण राठी को देते हुए कहा, "इन कोचों की मेहनत और मार्गदर्शन के कारण ही जोया आज इस स्तर तक पहुंची है।"
जोया की इस उपलब्धि से न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है। इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी सफलता हासिल कर जोया ने सभी को प्रेरित किया है।