क्या हरारे टेस्ट में पारी से हार के बाद अफगानिस्तान पर धीमी ओवर गति के लिए जुर्माना लगाया गया?

सारांश
Key Takeaways
- अफगानिस्तान को धीमी ओवर गति के लिए 25 प्रतिशत जुर्माना
- कप्तान ने जिम्मेदारी ली
- जिम्बाब्वे की पहली घरेलू टेस्ट जीत
- खिलाड़ियों को आचार संहिता का पालन करना चाहिए
- टीम को अगले मैच में सुधार की आवश्यकता
दुबई, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ पारी की हार के कारण अफगानिस्तान पर धीमी ओवर गति के लिए जुर्माना लगाया गया है। हरारे में बुधवार को समाप्त हुए टेस्ट में अफगानिस्तान पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।
आईसीसी के एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने निर्धारित समय में पांच ओवर कम फेंकने के कारण अफगानिस्तान पर यह जुर्माना लगाया।
आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में उनकी टीम द्वारा फेंके गए प्रत्येक ओवर के लिए पाँच प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है।
आईसीसी के बयान में कहा गया है, "समय सीमा को ध्यान में रखते हुए अफगानिस्तान को निर्धारित समय में पाँच ओवर कम फेंकने का दोषी पाया गया। अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, खिलाड़ियों पर निर्धारित समय में उनकी टीम द्वारा फेंके गए प्रत्येक ओवर के लिए पाँच प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया जाता है।"
अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने इस अपराध की जिम्मेदारी ली और प्रस्तावित दंड पर सहमति जताई, जिससे औपचारिक सुनवाई की आवश्यकता नहीं पड़ी। मैदानी अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक और नितिन मेनन के आरोप को तीसरे अंपायर फोर्स्टर मुतिज्वा और चौथे अंपायर पर्सिवल सिजारा ने सही पाया।
हरारे में अफगानिस्तान का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा। टीम को पारी और 73 रन से हार का सामना करना पड़ा। 2013 के बाद जिम्बाब्वे की अपने घर में यह पहली टेस्ट जीत थी। जिम्बाब्वे की जीत में बल्लेबाज बेन करेन की शतकीय पारी और रिचर्ड नगरावा की घातक गेंदबाजी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह जीत टेस्ट क्रिकेट में जिम्बाब्वे के आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी।