क्या बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के निदेशक निर्वाचन के कुछ घंटों के भीतर हटाए गए?

सारांश
Key Takeaways
- इश्फाक अहसन को राजनीतिक कारणों से हटा दिया गया है।
- बीसीबी में लैंगिक समावेशन की दिशा में एक कदम उठाया जा सकता है।
- अमीनुल इस्लाम को पुनः अध्यक्ष चुना गया है।
- खालिद मशूद को हाई परफॉर्मेंस सेंटर का नेतृत्व सौंपा गया है।
- अब्दुर रज्जाक को महिला विंग का अध्यक्ष बनाया गया है।
ढाका, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के चुनावी परिणाम सोमवार को घोषित हुए थे। जैसे ही परिणाम सामने आए, बीसीबी एक नए विवाद में फंस गया। नवनिर्वाचित निदेशक इश्फाक अहसन को अपने राजनीतिक संबंधों के चलते पद से हटा दिया गया है। सरकार ने उन्हें निदेशक के पद से हटाने का आदेश दिया है। अहसन को बीसीबी बोर्ड में सरकार द्वारा नामित दो प्रतिनिधियों में से एक के रूप में चयनित किया गया था।
बांग्लादेश में खेलों का संचालन करने वाली राष्ट्रीय खेल परिषद (एनएससी) ने अहसन के राजनीतिक जुड़ाव के आधार पर कार्रवाई की। एनएससी के कार्यकारी निदेशक काजी नजरुल इस्लाम ने कहा, "हमने उन्हें उनके राजनीतिक संबंधों के कारण हटाया है। एक नए निदेशक की नियुक्ति की जाएगी।"
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार, एनएससी अहसन की जगह एक महिला की नियुक्ति पर विचार कर रही है। यदि ऐसा होता है, तो यह देश के क्रिकेट प्रशासन में लैंगिक समावेशन की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा।
सोमवार को बीसीबी के चुनाव ढाका के एक होटल में आयोजित किए गए। मतदान प्रक्रिया में मतपत्र और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग दोनों का उपयोग किया गया। अमीनुल इस्लाम को बीसीबी का दोबारा अध्यक्ष चुना गया है। इस्लाम अब कार्य समिति, मैदान समिति और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) समिति जैसी प्रमुख समितियों की देखरेख करेंगे।
नए निदेशकों में, बांग्लादेश के पूर्व कप्तान खालिद मशूद प्रमुखता से शामिल हैं। बोर्ड में पहले कार्यकाल के दौरान, उन्हें हाई परफॉर्मेंस सेंटर का नेतृत्व सौंपा गया है, जो भविष्य की क्रिकेट प्रतिभाओं को निखारने के लिए एक महत्वपूर्ण इकाई है।
पूर्व खिलाड़ी अब्दुर रज्जाक को महिला विंग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नजमुल आबेदीन क्रिकेट संचालन के अध्यक्ष बने रहेंगे, जिससे रणनीतिक योजना में निरंतरता बनी रहेगी, जबकि इश्तियाक सादेक खेल विकास के शीर्ष पर बने रहेंगे। प्रसिद्ध गायक आसिफ अकबर को आयु-वर्ग क्रिकेट का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीसीबी का यह निर्णय चर्चा का विषय बना हुआ है।