क्या बेन स्टोक्स गेंदबाजी में दिखा रहे हैं धार, लेकिन बल्ले से नहीं कर पा रहे पहले जैसे प्रहार?
सारांश
Key Takeaways
- बेन स्टोक्स ने पर्थ में शानदार गेंदबाजी की।
- बल्ले से निरंतरता की कमी।
- चोटों ने प्रभावित किया प्रदर्शन।
- आगामी मैचों में उम्मीद है बेहतर प्रदर्शन की।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लिश क्रिकेट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में धमाकेदार गेंदबाजी की। इस दाएं हाथ के तेज-मध्यम गेंदबाज ने केवल 6 ओवर में 23 रन देकर 5 विकेट झटके।
स्टोक्स का यह शानदार प्रदर्शन उस समय आया, जब इंग्लैंड की टीम पहले पारी में महज 172 रन पर सिमट गई थी। हालांकि, उनके बल्ले ने अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं किया है। कप्तान स्टोक्स ने पहली पारी में केवल 12 गेंदें खेलीं, जिसमें उन्होंने 6 रन बनाए, और अगली पारी में भी सिर्फ 2 रन ही बना सके।
बेन स्टोक्स को इस सदी का सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर माना जाता है। उनकी कुछ पारियाँ इतनी शानदार रही हैं कि उन्हें क्रिकेट के इतिहास के सबसे रोमांचक क्षणों में गिना जाता है। हालांकि, हाल के समय में उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी देखने को मिली है।
गेंद और बल्ले दोनों से स्टोक्स की प्रदर्शन में कमी आई है। पहले वे चोट के कारण परेशान रहे और उनकी गेंदबाजी भी प्रभावित हुई। हालाँकि वे एक प्रॉपर गेंदबाज के रूप में लौट आए हैं, लेकिन उनके बल्ले में वह आक्रामकता दिखाई नहीं दे रही है।
भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी उनका बल्ला कमजोर साबित हुआ, जबकि आंकड़े बेहतर थे। हालात में उनकी बल्लेबाजी की भूमिका निर्णायक नहीं रही। चोट से वापसी के बाद, उन्होंने कुछ पारियों में अच्छी शुरुआत की, लेकिन उन्हें लंबा नहीं खींच सके।
पिछले 13 टेस्ट पारियों में, स्टोक्स ने केवल एक बार 50 का आंकड़ा पार किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रतिष्ठित एशेज ट्रॉफी में उनकी गेंदबाजी का जलवा बरकरार है, लेकिन बल्ले से उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
अंततः, इंग्लैंड को एशेज में अच्छा प्रदर्शन करना है तो बेन स्टोक्स को अपने गेंदबाजी कौशल के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा।