क्या भारत ने अहमदाबाद में 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का प्रस्ताव प्रस्तुत किया?

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क्या भारत ने अहमदाबाद में 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का प्रस्ताव प्रस्तुत किया?

सारांश

भारत ने 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए अहमदाबाद का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। इस ऐतिहासिक अवसर पर, खेल मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि यह न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय होगा। आइये जानते हैं इस प्रस्ताव की खासियतें और अहमदाबाद की तैयारियों के बारे में।

Key Takeaways

  • अहमदाबाद में 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है।
  • यह आयोजन राष्ट्रमंडल खेल आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है।
  • प्रस्ताव में सामर्थ्य, समावेशिता और स्थिरता पर जोर दिया गया है।
  • अहमदाबाद का मेज़बान शहर बनने का अनुभव भारत की दावेदारी को मजबूती प्रदान करेगा।
  • यह आयोजन विकसित भारत 2047 की दिशा में एक कदम है।

लंदन, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने आज लंदन में राष्ट्रमंडल खेलों की मूल्यांकन समिति के समक्ष 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी का अपना प्रस्ताव औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया। भारतीय दल का नेतृत्व गुजरात सरकार के खेल मंत्री हर्ष संघवी और राष्ट्रमंडल खेलों की भारत में मूल्यांकन समिति की अध्यक्ष डॉ. पी. टी. उषा ने किया।

हरि रंजन राव, सचिव, युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, अश्विनी कुमार, प्रमुख सचिव, खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधि विभाग, गुजरात सरकार, बंछा निधि पाणि, आयुक्त, अहमदाबाद नगर निगम, रघुराम अय्यर, सीईओ, भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ, लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह, कार्यकारी बोर्ड सदस्य, राष्ट्रमंडल खेलों की भारत में मूल्यांकन समिति और अजय नारंग, अध्यक्ष, राष्ट्रमंडल खेलों की भारत में मूल्यांकन समिति के सदस्य भी भारत की ओर से प्रस्तुति देने वाली टीम का हिस्सा थे।

2030 का आयोजन ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह राष्ट्रमंडल खेल आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है। भारत ने अहमदाबाद को इस शताब्दी संस्करण के लिए मेजबान शहर के रूप में प्रस्तावित किया है। शहर अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन स्थलों, मजबूत परिवहन प्रणालियों और उच्च-गुणवत्ता वाले आवास पर केंद्रित सघन खेल आयोजन स्थल प्रदान करेगा।

गेम्स रीसेट सिद्धांतों के अनुरूप, यह प्रस्ताव सामर्थ्य, समावेशिता, लचीलेपन और स्थिरता पर जोर देता है। यह पैरा-स्पोर्ट्स के एकीकरण, मानवाधिकारों के संरक्षण, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और एक दीर्घकालिक विरासत ढांचे को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो यह सुनिश्चित करता है कि लाभ खेलों से आगे बढ़कर एथलीटों, समुदायों और व्यापक राष्ट्रमंडल तक पहुंचें।

आईसीसी क्रिकेट विश्व कप, इंडियन प्रीमियर लीग और 2022 के राष्ट्रीय खेलों जैसे आयोजनों की सफलता पूर्वक मेजबानी अहमदाबाद का बतौर मेजबान शहर रिकॉर्ड भारत की उम्मीदवारी को और मजबूत करता है। यह शहर एशियन एक्वेटिक्स 2025, एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2026, वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2029 और कई अन्य बहु-और एकल खेल आयोजनों की भी मेजबानी करेगा, जिससे 2030 तक संचालन संबंधी अनुभव में वृद्धि होगी।

इस अवसर पर गुजरात सरकार के खेल मंत्री ने कहा, "अहमदाबाद में शताब्दी राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी न केवल गुजरात के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए एक गौरवपूर्ण मील का पत्थर होगी। हम इन खेलों को हमारे युवाओं को प्रेरित करने, विकसित भारत 2047 की ओर हमारी यात्रा को गति देने, अगले 100 वर्षों के लिए राष्ट्रमंडल आंदोलन को मजबूत करने के रूप में देखते हैं।"

भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ के अध्यक्ष ने कहा, "भारत की दावेदारी केवल क्षमता के बारे में नहीं, बल्कि मूल्यों के बारे में भी है। अहमदाबाद ग्लासगो 2026 से कमान संभालने और 2034 के खेलों के लिए एक स्प्रिंगबोर्ड के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है।"

भारत सरकार, गुजरात सरकार और भारतीय राष्ट्रमंडल खेल संघ के मजबूत और समन्वित समर्थन के साथ, यह प्रस्ताव भारत की महत्वाकांक्षा को उजागर करता है कि वह ऐसे खेलों का आयोजन करे जो सुगठित, टिकाऊ, समावेशी और वैश्विक रूप से प्रभावशाली हों।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारत की यह पहल न केवल खेलों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह हमें एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के रूप में आगे बढ़ने का अवसर भी देती है। अहमदाबाद की मेज़बानी से हमें एक नई पहचान मिलेगी और यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय होगा।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए कौन सा शहर प्रस्तावित किया गया है?
अहमदाबाद को 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी के लिए प्रस्तावित किया गया है।
भारत के किस मंत्री ने इस प्रस्ताव का नेतृत्व किया?
गुजरात के खेल मंत्री हर्ष संघवी ने इस प्रस्ताव का नेतृत्व किया।
इस प्रस्ताव में कौन-कौन से सिद्धांतों पर जोर दिया गया है?
इस प्रस्ताव में सामर्थ्य, समावेशिता, लचीलेपन और स्थिरता पर जोर दिया गया है।
2030 राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन किसका प्रतीक है?
यह आयोजन राष्ट्रमंडल खेल आंदोलन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक है।
भारत सरकार और गुजरात सरकार का इस प्रस्ताव में क्या योगदान है?
भारत सरकार और गुजरात सरकार का मजबूत और समन्वित समर्थन इस प्रस्ताव को उजागर करता है।